केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल के दामों में भले ही रहत दे दी गई हो, बावजूद मौजूदा कीमतें आम आदमी के खर्च को प्रभावित करने वाली हैं। इस बीच मोदी सरकार के मंत्री का कहना है कि ईंधन के दाम अमेरिका में तय होते हैं और उनकी दरों में वृद्धि के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराना गलत है।
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि केंद्र ने तो इस माह के प्रारंभ में पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क घटा दिए, लेकिन ज्यादातर गैर बीजेपी शासित राज्यों ने ग्राहकों को और राहत देने के लिए उनपर वैट में कटौती नहीं की। रेल राज्य मंत्री ने रविवार रात को कहा कि भारत में ईंधन के दाम घटते-बढ़ते रहते हैं, क्योंकि उनका संबंध अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दरों से है।
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बीजेपी नेता ने यह बात मध्य महाराष्ट्र के औरंगाबाद में नये पार्टी कार्यालय के उद्घाटन कार्यकम में कही। इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘‘देश में ईंधन के दाम में वृद्धि के विरूद्ध विरोध मार्च निकाले जा रहे हैं। लेकिन ईंधन के दाम का संबंध वैश्विक (बाजार) स्थिति से है। एक दिन यह 35 पैसा बढ़ जाता है, तो अगले दिन यह एक रूपये गिर जाता है और फिर यह 50 पैसा चढ़ जाता है।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ये दाम तो अमेरिका में तय होते हैं। इसलिए ईंधन के मूल्य में वृद्धि के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराना गलत है। केंद्र ने तो (दिवाली के मौके पर पेट्रोल एवं डीजल पर) अपने करों में कटौती की ,लेकिन कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दल शासित राज्य ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। देश केंद्र सरकार के धन से चल रहा है। हमें यह लोगों को बताने की जरूरत है। ’’