भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को उसका नया राष्ट्रपति मिल गया है। रानिल विक्रमसिंघे को देश का नया राष्ट्रपति चुना गया है। देश छोड़कर भागे गोटबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद आज नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ, जिसमें रानिल विक्रमसिंघे विजय हुए।
73 वर्षीय विक्रमसिंघे को 225 सदस्यीय सदन में 134 सदस्यों का मत हासिल हुआ। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज राष्ट्रपति चुनाव गुप्त मतदान के जरिए हुआ। मुकाबला कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, डलास अल्हाप्पेरुमा और वामपंथी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) के नेता अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच था।
भीषण आर्थिक संकट का सामना कर रहा है देश
श्रीलंका इस वक्त विदेशी मुद्रा की भारी कमी और भीषण आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बेलआउट पैकेज के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ रुकी हुई बातचीत जारी रखने के लिए देश को एक स्थिर सरकार की जरूरत है। लगभग दो दशकों तक देश पर शासन करने वाले राजपक्षे के प्रशासन और परिवार को मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
वह पिछले हफ्ते मालदीव के लिए अपने परिवार संग सैन्य विमान से उड़न भरी थी। इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास पर कब्जा जमा लिया और विक्रमसिंघे सहित अन्य राजनीतिक नेताओं के पद छोड़ने की मांग करने लगे। इसके बाद राजपक्षे सिंगापुर के लिए रवाना हुए और गुरुवार देर रात आधिकारिक रूप से इस्तीफा दे दिया।