रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को रक्षा संपदा महानिदेशालय (डीजीडीई) से कहा कि रक्षा छावनी बोर्ड की जिन सड़कों और इमारतों के नाम ब्रिटिश सैनिकों व अधिकारियों के नाम पर हैं, उन्हें बदलकर वीर भारतीय सैनिकों व आधुनिक भारत के निर्माताओं के नाम पर रखा जाना चाहिए।
रक्षा मंत्रालय के अधीन काम करने वाला डीजीडीई पूरे भारत में लगभग 62 छावनी बोर्ड का प्रबंधन करता है। इन छावनी बोर्ड में करीब 20 लाख लोग रहते हैं।
सड़कों और इमारतों का नाम हमारे वीर भारतीय सैनिकों के नाम पर रखा जाना चाहिए – रक्षा मंत्री
सिंह ने यहां डीजीडीई के एक कार्यक्रम में अपने भाषण में कहा कि भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भी छावनी बोर्डों में कई सड़कों और इमारतों का नाम उन ब्रिटिश अधिकारियों व सैनिकों के नाम पर रखा गया है, जो ब्रिटेन के प्रति वफादार थे।
मंत्री ने कहा, ”मैं यहां सभी को सुझाव देना चाहूंगा कि रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ डीजीडीई को ऐसी सभी सड़कों और इमारतों का नाम हमारे बहादुर सैनिकों और आधुनिक भारत के निर्माताओं के नाम पर रखने पर विचार करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि यह काम जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।
मंत्री ने कहा, ”’मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं यह सुझाव इतिहास को विकृत करने के इरादे से या किसी हीन भावना अथवा दुर्भावना के कारण नहीं दे रहा हूं।”
उन्होंने कहा ”हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि क्षेत्र और देश के लिये किसी भी तरह का सराहनीय काम करने वाले ब्रिटिश सैनिकों और अधिकारियों के नाम (इमारतों और सड़कों पर) कायम रहने चाहिये और अगली पीढ़ी को उनके बारे में बताया जाना चाहिये।”