20 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसूत्र सत्र को सुचारु रूप से चलने के लिए केंद्र सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करंगे। लोकसभा संसद में साल में तीन सत्र होते है बजट सत्र , मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र। इन सत्रों को सुचारु रूप से चलाने के लिए सरकार की अहम भूमिका होती है।सत्र के दौरान विपक्ष के मुद्दे और सत्ता पक्ष पर अधिकतर भारी रहे है। हर सत्र के कुछ मुद्दे पहले से निर्धारित होते है कौन से मुद्दों पर बहस होनी है।
संसद का मानसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगा
विपक्षी दल जहां सरकार को उन मुद्दों से अवगत कराएंगे जिन्हें वे सत्र के दौरान उठाना चाहते हैं, वहीं सरकार ने अपना विधायी एजेंडा भी तैयार कर लिया है। इसके अलावा आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के फ्लोर नेताओं की बैठक भी होनी है। संसद का मानसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सभी दलों से सत्र के दौरान विधायी व्यवसाय और अन्य विषयों पर सार्थक चर्चा में योगदान देने का आग्रह किया है।
सत्र के दौरान कुल 17 बैठकें होंगी
मानसून सत्र पुराने संसद भवन में शुरू होगा। विपक्षी दलों ने मंगलवार को बेंगलुरु में एकता बैठक की और निर्णय लिया कि समूह को भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) कहा जाएगा। 26 विपक्षी दलों के नेताओं ने दो दिवसीय बेंगलुरु बैठक में भाग लिया, जो पटना में आयोजित पहली बैठक के बाद दूसरी ऐसी बैठक थी।
दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी अध्यादेश पर विपक्ष की निगाहे
दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी अध्यादेश को बदलने का विधेयक मानसून सत्र के दौरान आने की उम्मीद है। डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन (डीपीडीपी) बिल 2023, जिसे इस महीने की शुरुआत में कैबिनेट की मंजूरी मिली थी, भी पेश किए जाने की उम्मीद है। इस बीच, कांग्रेस मणिपुर की स्थिति और संघीय ढांचे पर हमले सहित कई मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रही है।