कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले पांच वर्षों के दौरान 20 से 24 साल के युवाओं में बेरोजगारी दर कथित तौर पर दोगुनी होने को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री के ‘झूठ’ के लिए देश के नौजवान भी ‘गुमराह’, ‘विश्वासघात’ और ‘धोखे’ जैसे ‘असंसदीय’ शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
राहुल ने पीएम मोदी से पूछा- क्या बेरोजगार युवा संसद में बैन शब्दों का कर सकते हैं इस्तेमाल
“देश निराशा की गर्त में डूबा है”
ये आपके ही शब्द हैं ना, प्रधानमंत्री जी?
उस वक़्त आप जितना शोर मचाते थे, आज रूपए की कीमत तेज़ी से गिरती देखकर उतने ही ‘मौन’ हैं। #अबकी_बार_80_पार pic.twitter.com/i9RHSVbglf
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 15, 2022
उन्होंने ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनमी’ (सीएमआईई) के आंकड़े का हवाला देकर एक ग्राफ ट्विटर पर साझा करते हुए कहा, ‘‘गुमराह, विश्वासघात, धोखा। प्रधानमंत्री जी, क्या भारत के बेरोजगार युवा आपके झूठ के लिए इन ‘असंसदीय’ शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं?’’ राहुल गांधी ने जो ग्राफ साझा किया उसमें दर्शाया गया है कि वित्त वर्ष 2017-18 में 20 से 24 साल के नौजवानों के बीच बेरोजगारी दर 21 प्रतिशत थी जो वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़कर 42 प्रतिशत हो गई।