11 अगस्त के दिन आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। जी हाँ सिग्नेचर विवाद के मामले में आम आदमी पार्टी के युवा नेता राघव चड्ढा को राज्यसभा से ससपेंड कर दिया गया। जिसके बाद सांसद राघव चड्ढा ने एक बड़ा कदम उठाया है। जी हाँ राघव चड्ढा ने अपना ट्विटर का बायो ही बदल कर रख दिया। हाल फिलहाल में राघव चड्ढा ने अपने ट्विटर बायो में संस्पेंडेड एमपी लिखा है। पहले उनके ट्विटर पर राघव चड्ढा सांसद लिखा हुआ था।
राघव चड्ढा ने पूछा मेरा अपराध क्या है ?
राघव चड्ढा ने ये कदम तब उठाया जब राज्यसभा के सभापति ने और देश के उपराष्ट्रपति ने उन्हें सिग्नेचर विवाद में सभा से ससपेंड कर दिया। अपने सस्पेंशन के बाद राघव चड्ढा ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने बीजेपी के नेताओं और केंद्र सरकार से सवाल किया ” आखिर मेरा मेरा अपराध क्या है?” इसके आगे राघव चड्ढा ने कहा की “क्या मेरा अपराध यह है की मैंने दिल्ली सेवा बिल पर अपनी बात रखते हुए BJP के बड़े-बड़े नेताओं से न्याय की मांग की? राघव चड्ढा ने कहा की क्या सरकार को ये डर सताने लगा है की एक 34 साल के युवा सांसद ने सदन के बीचो-बीच आँख में आँख डालकर सवाल कैसे पूछ सकता है ?
राघव चड्ढा लगातार कर रहे थे सरकार से सवाल
जब से 19 मई के दिन केंद्र सरकार ने दिल्ली के अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलट दिया उसके बाद से राघव चड्ढा लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए नज़र आ रहे हैं। मॉनसून सत्र के दौरान भी उन्होंने राज्यसभा के अंदर और बाहर दोनों ही केंद्र सरकार से तीखे-तीखे सवाल किये। फिर चाहे मामला मणिपुर से जुड़ा हुआ हो या फिर दिल्ली अध्यादेश से। राघव चड्ढा ने हर बार केंद्र सरकार को सवालों के कठघरे में खड़े करने का काम किया है।