अफगानिस्तान में हालात को लेकर मंगलवार को होने वाले जी-20 नेताओं के शिखर सम्मलेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। वर्चुअल माध्यम से होने वाले इस सम्मेलन में अफगानिस्तान पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद वहां की समग्र स्थिति पर व्यापक मंथन किये जाने की संभावना है।
अफगानिस्तान में मानवीय जरूरतों को लेकर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री की भागीदारी की घोषणा करते हुए, विदेश मंत्रालय ने बताया कि दुनिया के 20 प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों के शिखर सम्मेलन के दौरान जहां अफगानिस्तान में मानवीय जरूरतों एवं सुरक्षा को लेकर चर्चा होगी , वहीं आतंकवाद एवं मानवाधिकारों के खिलाफ लड़ाई को लेकर सभी स्थायी एवं आमंत्रित देश मंथन करेंगे।
मंत्रालय ने कहा जी- 20के मौजूदा अध्यक्ष देश इटली के निमंत्रण परप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अक्टूबर को अफगानिस्तान पर ‘ जी -20 देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन में आभासी प्रारूप में भाग लेंगे।
At the invitation of the Italian Presidency of the G20, PM @narendramodi will participate in the G20 Extraordinary Leaders’ Summit on Afghanistan on 12 October 2021, in virtual format.
Press Release ➡️ https://t.co/wJ81z4lswM
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 11, 2021
विदेश मंत्रालय ने कहा बैठक के एजेंडे में मानवीय जरूरतों की प्रतिक्रिया और बुनियादी सेवाओं और आजीविका तक पहुंच सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और आव्रजन एवं मानवाधिकारों पर चर्चा शामिल होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा मानवीय जरूरतों और मूलभूत सुविधाओं तक पहुंच के प्रति जवाबदारी सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, आव्रजन और मानवाधिकार जैसे मुद्दे बैठक के एजेंडे में शामिल हैं।
इससे पहले PM मोदी ने सीएसटीओ शिखर सम्मेलन में लिए था हिस्सा
मोदी ने इससे पहले पिछले महीने अफगानिस्तान से संबंधित एससीओ – सीएसटीओ (सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन) शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर अफगानिस्तान के मसले पर जी -20 के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि जी -20 एक ऐसा महत्वपूर्ण मंच है जो संयुक्त राष्ट्र और उसकी एजेंसियों सहित बहुपक्षीय संगठनों तथा वैश्विक एवं क्षेत्रीय सहयोगियों के बीच अंतरराष्ट्रीय आम सहमति और समन्वित दृष्टिकोण बनाने में मदद करता है।