नए साल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को एक एसा तोहफा देने जा रहे है जो अपमें बेहद अनोखा है। वो इसलिए क्योंकि पीएम 13 जनवरी को दुनिया के सबसे लंबे लक्जरी रिवर क्रूज गंगा विलास” को हरी झंडी दिखाएंगे।
बता दें क्रूज उत्तर प्रदेश के वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक 50 दिनों में 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। क्रूज भारत और बांग्लादेश में 27 नदियों से होकर गुजरेगा। इसेक साथ ही पर्यटकों को वर्ल्ड हेरीटेज स्थलों सहित 50 से अधिक पर्यटक स्थलों पर ले जाया जाएगा।
1 मार्च को असम के डिब्रूगढ़ जिले से गुजरेगा रिवर क्रूज
मोदी की तरफ से दिया गया तोहफा इतिहास में दर्ज हो जाएगा। बता दें ये यात्रा दुनिया में किसी रिवर बोट से की जाने वाली सबसे बड़ी नदी यात्रा होगी। गंगा विलास क्रूज 1 मार्च को असम के डिब्रूगढ़ जिले में बोगीबील पहुंचने से पहले कोलकाता और ढाका जैसे प्रमुख शहरों से गुजरेगा। साथ ही, विशाल क्रूज सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान सहित राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों से होकर गुजरेगा।
दो सबसे बड़ी नदियों से हेकर गुजरेगा क्रूज
इससे पहले नवंबर में, बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ट्वीट किया था। कि”दुनिया की सबसे लंबी नदी क्रूज अगले साल जनवरी में अपनी यात्रा शुरू करेगी। गंगा विलास भारत की दो सबसे बड़ी नदियों, गंगा और ब्रह्मपुत्र पर 4,000 किमी की दूरी तय करेगी। क्रूज पवित्र वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए डिब्रूगढ़ तक रवाना होगी।