2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। साल के अंत तक पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव है जिन्हे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने प्रदेश स्तरीय बैठकों का दौर तेज कर दिया है। इस बार बीजेपी के जिन राज्यों में सत्ता विहीन वहा सत्ता में वापसी की कोशिश करेगी तो दूसरी ओर सत्ता रूढ़ दल सत्ता में बने रहने का प्रयास करेगी। ये तो भविष्य ही बताएगा की सत्ता का सुख किसे मिलेगा फिलहाल तो देश की राजनीति की उठा – पटक किसी भी प्रकार के संकेत को साफ़ नहीं करती।
इस साल के अंतिम में पांच राज्यों में चुनाव
प्रगति मैदान कन्वेंशन सेंटर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक चल रही थी। सूत्रों के मुताबिक कुछ मंत्रालय विभिन्न केंद्रीय योजनाओं और उनके कार्यान्वयन की रिपोर्ट पेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रिपरिषद की बैठकों में पहले भी इस तरह की चर्चाएं होती रही हैं। इस साल के अंत में पांच राज्यों के चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री की ओर से एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश हो सकता है।
विपक्ष सरकार को घेरने को तैयार
सरकार 20 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र के लिए एजेंडा तैयार कर रही है। विपक्ष सरकार को घेरने के लिए यूसीसी का मुद्दा उठा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीएल संतोष और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की थी. भाजपा पहली बार 6, 7 और 8 जुलाई को तीन क्षेत्रों- पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी- की क्षेत्रवार बैठकें करेगी। भाजपा इस साल के अंत में होने वाले लोकसभा चुनावों के साथ-साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की भी तैयारी कर रही है।