वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत सौर ऊर्जा, अवसंरचना, सैन्य सहयोग एवं स्टार्टअप पारिस्थितिकी के अहम क्षेत्रों में अफ्रीकी देशों का एक मूल्यवान भागीदार हो सकता है।
गोयल ने कहा, ‘‘हम आगे भी इस संबंध एवं भागीदारी को जारी रखना चाहेंगे
गोयल ने यहां 17वीं सीआईआई-एक्जिम बैंक संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एवं अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार काफी हद तक संतुलित है। भारत इन देशों का जहां 40 अरब डॉलर का निर्यात करता है, वहीं इन देशों से आयात करीब 49 अरब डॉलर है। गोयल ने कहा, ‘‘हम आगे भी इस संबंध एवं भागीदारी को जारी रखना चाहेंगे जिसमें दोनों ही पक्ष एक-दूसरे की आर्थिक वृद्धि में मददगार साबित हों। भारत एवं अफ्रीकी देश विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय आबादी के लिए किफायती एवं असरदार समाधान लाने में मिलकर काम कर सकते हैं।’’
भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं
जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘‘भारत अफ्रीका के 1.4 अरब लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी तरफ से दोस्ती के रिश्ते को मजबूत करना चाहेगा। आपसी भागीदारी के चार ऐसे क्षेत्र हैं जो अफ्रीका एवं भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं।’’उन्होंने आपसी सहयोग के इन संभावित क्षेत्रों में सौर ऊर्जा, भौतिक एवं डिजिटल अवसंरचना, रक्षा क्षेत्र में सहयोग और स्टार्टअप पारिस्थितिकी के विकास को शामिल करते हुए कहा कि भारत अफ्रीकी देशों में वृद्धि का अहम भागीदार बनने के लिए तैयार है। गोयल ने कहा कि उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग अफ्रीकी देशों के अपने साथियों के साथ मिलकर काम करने में खुश होगा ताकि इस क्षेत्र की मदद करने के संभावित तरीके पता लगाए जा सकें।