देश की संसद पर हमले की आज 22वीं बरसी है। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने बुधवार को कहा कि 2001 में संसद पर हुए आतंकवादी हमले में अपनी जान गंवाने वाले वीर सुरक्षा कर्मियों का राष्ट्र हमेशा ऋणी रहेगा।पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने 13 दिसंबर, 2001 को संसद परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोग शहीद हुए थे। सुरक्षा बलों ने पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था।
- संसद पर हमले की आज 22वीं बरसी
- हमले में जान गंवाने वाले सुरक्षा कर्मियों का राष्ट्र हमेशा ऋणी रहेगा- Murmu
मातृभूमि के लिए प्राण न्योछावर करने वाले नौ लोग भी थे शामिल
मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बहादुर सुरक्षाकर्मियों ने 22 साल पहले आज ही के दिन देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व को खत्म करने और हमारे लोकतंत्र के मंदिर को नुकसान पहुंचाने की आतंकवादियों की नापाक साजिश को नाकाम कर दिया था। इन बहादुर जवानों में मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले नौ लोग भी शामिल थे।’’
On this day, 22 years ago, the nefarious plan of terrorists to eliminate the top line of political leadership of the country and damage our Temple of Democracy was foiled by the brave security personnel, including the nine who laid down their lives for the motherland. The nation…
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 13, 2023
सभी रूपों को खत्म करने की अपनी प्रतिज्ञा आज दोहराते- मुर्मू
उन्होंने कहा कि राष्ट्र सदैव उनका ऋणी रहेगा।राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा क्योंकि हम हर जगह मानव जाति के लिए खतरा बन चुके आतंकवाद के सभी रूपों को खत्म करने की अपनी प्रतिज्ञा आज दोहराते हैं।’’
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।