of course the fish is not the issue AS GUJARATIS DO COOK AND EAT FISH . BUT LET ME CLARIFY BY BENGALI I MEANT ILLEGAL BANGLA DESHI N ROHINGYA. BUT STILL IF I HAVE HURT YOUR FEELINGS AND SENTIMENTS I DO APOLOGISE. 🙏 https://t.co/MQZ674wTzq
— Paresh Rawal (@SirPareshRawal) December 2, 2022
हालांकि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा इस माफी से बहुत प्रभावित होती नहीं दिखीं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “असल में केमछो हंसी मजाक करने वाले व्यक्ति को माफी मांगने की आवश्यकता नहीं है। बंगालियों की तरह मछली पकाने का दूसरा हिस्सा है, ‘बंगालियों की तरह दिमाग रखना’। किसी भी दूसरे भारतीय राज्य के मुकाबले कहीं अधिक नोबेल पुरस्कार विजेता, मित्र…।”
Actually Kemchho Slapstickman need not have apologised.
The 2nd part of Cook Fish like Bengalis is “Have Brains like Bengalis”Most nobel laureates than any other Indian state, buddy boy….
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) December 2, 2022
दरअसल, परेश रावल ने बीते मंगलवार को वलसाड जिले में बीजेपी की एक रैली में गैस सिलेंडर के दामों का भावनात्मक चुनावी मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा, “गैस सिलेंडर महंगे हैं, लेकिन इनकी कीमत में कमी आएगी। लोगों को रोजगार भी मिलेगा। लेकिन क्या होगा अगर रोहिंग्या प्रवासी और बांग्लादेशी दिल्ली की तरह आपके आसपास रहने लगें? गैस सिलिंडर का क्या करोगे? बंगालियों के लिए मछली पकाओगे?”