हाल ही में भारत के तटीय राज्यों को बिपरजॉय जैसे चक्रवात का भी सामना करना पड़ा था | इसी बीच भारी बारिश के कारण इन तटीय राज्यों में फिर से तबाही का आलम देखने को मिल रहा है | आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बारिश के ताजा दौर से सबसे ज्यादा गुजरात के जामनगर, जूनागढ़, मोरबी और कच्छ जैसे तटवर्ती क्षेत्र प्रभावित हुए हैं और पिछले 2 दिनों में 9 लोगों की मौत हो चुकी है | वहीं महाराष्ट्र के जलगांव में बारिश की वजह से पुराना पेड़ गिरने से दबकर दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।
किन – किन राज्यों में हो रहीं है भारी बारिश?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान से सटे राजस्थान के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर दक्षिण पश्चिम मानसून लगभग पूरे देश में पहुंच गया है | गुरुवार से लेकर शुक्रवार की सुबह तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र समेत गोवा के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश हुई | बता दे कि बारिश के ताजा दौर से सबसे ज्यादा गुजरात के जामनगर, जूनागढ़, मोरबी, कच्छ जैसे तटवर्ती क्षेत्र प्रभावित हुए हैं और पिछले दो दिनों में नौ लोगों की मौत हो गई है। महाराष्ट्र के जलगांव में बारिश की वजह से पुराना पेड़ गिरने से दबकर दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।
वही बाढ़ से सबसे ज्यादा त्रस्त राज्य बिहार के औरंगाबाद जिले की कीजाए, तो औरंगाबाद जिले में ओबरा के पास स्थित खराटी पुल में तीन फुट का गड्ढा होने से औरंगाबाद-पटना मुख्य मार्ग बाधित रहा। खराटी पुल, पटना और औरंगाबाद के बीच मुख्य मार्ग पर एक महत्वपूर्ण लिंक है, जो छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाले कई वाहनों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग के रूप में कार्य करता है। मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार समेत देश के कई राज्यों में अगले दो दिन में मध्यम से लेकर अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
जानकारी के लिए बता दे कि गुजरात के नवसारी में अंडरपास में भरे पानी में कार डूबी, उसमें सवार चार लोगों को बचाया गया | केदारघाटी में भी तेज बारिश के कारण सोनप्रयाग में करीब दो घंटे तक दो हजार यात्री रोके गए है | जसपुर में भारी बारिश के चलते कच्ची दीवार गिरी, दबकर एक युवक की मौत हो चुकी है | वही टनकपुर के पास रास्ता बाधित होने से मां पूर्णागिरी धाम में 700 सैनिकों को रात भर रुकना पड़ा।