भारत के लिए आज का बहुत की खास दिन है। मिशन चंद्रयान-3 को लेकर पुरे देश मे उत्साह देखने को मिल रही है। चंद्रयान-3 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए लोग प्राथना कर रहे है। इसके साथ ही चांद के साउथ पोल पर कदम रखने वाला भारत पहला देश बन जएगा। भारत से पहले अमेरिका, सोवियत संघ और रूस चांद पर कदम रख चुके है। लेकिन अभी तक किसी ने भी साउथ पोल पर कदम नहीं रखा है।
बता दें इस बार इसरो के वज्ञानिकों ने मिशन को 80 प्रतिशत तक बदल दिया है। चंद्रयान-2 जिस कारणों से क्रैश हुआ था उसपर खास ध्यान दिया गया है। वहीं, इसरो के वज्ञानिकों का विश्वास है की चंद्रयान-3 की लैंडिंग सफलतापूर्वक हो जएगी। चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का कई प्लेटफार्मों पर सीधा प्रसारण होगा।
वैज्ञानिकों को 17 महीने से नहीं मिला वेतन ?
इसी बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने चंद्रयान की सफल लैंडिंग के भगवन से प्रार्थना करते हुए कहा, हमें इसरो के वैज्ञानिको पर गर्व है की वह चंद्रमा पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग के कड़े प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने अखबारों मे खबरों का हवाल देते हुए कहा, मिशन पर काम करने वाले वैज्ञानिकों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ध्यान देना चाहिए।
पिछले 9 साल की कड़ी मेहनत का फल मिलेगा आज
वहीं, भारत के इतिहास रचने को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चांद पर भारत का झंडा लहराया जएगा। जो इतिहास रचेगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री ने वैज्ञानिकों और सरकार की पिछले 9 साल की कड़ी मेहनत का फल आज मिलने का विश्वास जताया है। साथ ही, उन्होंने कहा, हम सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। इससे भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है।