देशभर में कुदरत के इस भयंकर रूप की वजह से कई मासूमों को अपनी जान गवानी पड़ रही है। जिसकी चपेट में सिर्फ राजधानी दिल्ली ही नहीं बल्कि हिमचाल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे कई अन्य राज्य भी आ चुके हैं। यहां सिर्फ बारिश के कारण लोगों का जीवन अस्त व्यस्त ही नहीं हुआ है बल्कि इसकी वजह से कई ज़िंदगियाँ भी तबाह हो गई । जी हाँ इस भयंकर तबाही के कारण हिमाचल में भूस्खलन के चलते इस हफ्ते के अंदर-अंदर ही कम-से-कम 68 लोगों लोगों की मौत हो गयी। वहीँ 15 लोग लापता भी हो गए।
शिमला में मिले 14 लोगों के शव
कुदरत जब अपना कहर दिखाता है तब वह हर हदों को पार कर देता है। लेकिन इस बार की बारिश काफी डरा देने वाली है। जो कई ज़िन्दगियों को उजाड़ने का काम कर रही है। बता दें की शिमला के समरहिल क्षेत्र में लैंडस्लाइड के कारण 21 लोगों में से 14 के शव बरामद हो चुके हैं। और बाकी के 7 लोगों की अभी भी तलाश जारी है। साथ ही कांगड़ा के फतेहपुर और इंदौरा जैसे क्षेत्रों में करीबन 308 लोगों को बाढ़ के इस प्रलय से बचाया गया। आज सुबह -सुबह फिरसे राहत कार्य को शुरू कर दिया गया है। जिसमें मंडी-कुल्लू और सैंज-औट नेशनल हाईवे के साथ-साथ करीब 875 सड़कें बंद हैं। वहीँ 1200 बस रूटों को भी बाधित किया हुआ है।
पंजाब में हुई दादी और पोते की मौत
अब इस बारिश का कहर पंजाब में भी दिखने लगा है। जहां गुरदासपुर इलाके में बरसाती नाले पानी को देखने गए 13 और 14 साल के बच्चों मौत हो गयी। साथ ही फाजिल्का में छत के ढहने के कारण दादी और पोते की मौत हो गयी। सरकार हर बचाव राहत का काम कर रही है। लेकिन ये बढ़ता कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है।