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मैं स्वीकार करता हूँ कि फ़िल्म आदिपुरुष से जन भावनायें आहत हुईं हैं.
अपने सभी भाइयों-बहनों, बड़ों, पूज्य साधु-संतों और श्री राम के भक्तों से, मैं हाथ जोड़ कर, बिना शर्त क्षमा माँगता हूँ.
भगवान बजरंग बली हम सब पर कृपा करें, हमें एक और अटूट रहकर अपने पवित्र सनातन और महान देश की…— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) July 8, 2023
div style=”text-align: justify;”>आपको बता दें, आदिपुरुष के रिलीज होने के बाद मनोज मुंतशिर ने हर तरह से खुद को सही साबित करने की बहुत कोशिश की थी, जिसके करण विवाद और बढ़ गया था। मनोज मुंतशिर ने ये तक कह दिया था कि हनुमान भगवान नहीं, भक्त हैं। एक अन्य बयान में उन्होंने कहा था, ‘कुछ लोग हैं जो फिल्म को आज से नहीं, बल्कि डे-वन से टारगेट कर रहे हैं। हमने कभी भी शुद्धता के पैमाने पर फिल्म नहीं बेची।’ हमने आज तक यह नहीं कहा कि हम ऐसी कोई फिल्म बना रहे हैं जिसमें प्रमाणिक तौर पर उसी भाषा का इस्तेमाल किया गया है जो वाल्मिकी ने लिखी थी. अगर मुझे शुद्धता पर जाना पड़ा तो मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं क्योंकि तब इसे संस्कृत में लिखना पड़ता था और फिर मैं नहीं लिखता क्योंकि मुझे संस्कृत लिखना नहीं आता।