यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग को आज 10वां दिन है। युद्धग्रस्त क्षेत्र में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। इस बीच यूक्रेन के सूमी शहर में 700 भारतीय छात्रों के फंसे होने की जानकारी सामने आई है। इसपर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मानवीय गलियारे के लिए बात करनी चाहिए।
मनीष तिवारी ने कहा, ‘हमारे बच्चे भूखे हैं, उनके पास पानी तक नहीं है।’ एक वीडियो में फंसे भारतीय छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी से अपनी जान बचाने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी, कृपया हमें मरने से बचाएं। हमारी मदद करें। हमारी जान बचाएं। हम सूमी में हैं। रूस की सीमा पर बसें खड़ी हैं जो बहुत दूर हैं। माइनस डिग्री तापमान में हम बिना किसी परिवहन के नहीं चल सकते हैं।”
I once again would like to reiterate my request to @PMOIndia please pick up the phone & speak to President Vladimir Putin & President @ZelenskyyUa to open up a humanitarian corridor across Russian Frontline’s. Our children are hungry, they do not even have water. @jacinthpaul7 https://t.co/azvv4Yobhk
— Manish Tewari (@ManishTewari) March 4, 2022
उन्होंने एक न्यूज़ एजेंसी को ताजा वीडियो भी भेजा, जिसमें बताया गया कि पिछले दो दिनों में हालात कैसे खराब हुए हैं। केंद्र ने शुक्रवार को कहा कि अब तक 20,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। हालांकि, खारकीव में 300, सूमी में 700 और पेसोचिन में 900 नागरिक अभी भी फंसे हुए हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि बीते 24 घंटे में 18 और उड़ानें उतरी हैं, जिससे निकासी उड़ानों की कुल संख्या 48 हो गई है और निकासी की संख्या बढ़कर 10,348 हो गई है।