कांग्रेस को जल्द उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है, क्योंकि नेताओं ने नामांकन करना शुरू कर दिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गए है। उन्हें गहलोत से लेकर दिग्विजय सिंह का समर्थन मिल रहा है। इस रेस में शशि थरूर जबकि अकेले रह गए है। उम्मीद जताई जा रही की खड़गे ही पार्टी के अध्यक्ष बनेंगे।
चुनाव में कई नेता आजमाना चाहते है किस्मत
एक रिपोर्ट के अनुसार इस चुनाव में कई नेता अपनी किस्मत आजमाना चाहते है। गहलोत ने खुद को इस चुनाव से अलग कर लिया, जबकि दिग्विजय सिंह नामांकन दाखिल करने वाले थे उससे ठीक पहले उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। क्योंकि मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव लड़ रहे थे। कहा जा रहा कि कांग्रेस दो वजहों से खड़गे को अध्यक्ष बनाने के लिए तैयार हुई है।
अशोक गहलोत ने चुनाव लड़ने से किया मना
दरअसल, कांग्रेस अशोक गहलोत को अध्यक्ष बनाना चाहती थी, लेकिन राजस्थान में जो भी हुआ है, उसके बाद गहलोत रेस से बाहर हो गए। फिर पार्टी के नेताओं ने हाईकमान को खड़गे के लिए तैयार किया। तब जाकर पार्टी नेतृत्व ने खड़गे को चुनाव लड़ने की अनुमति दी है।
मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को होगा काफी फायदा
मल्लिकार्जुन को चुनाव लड़ाने से कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा ये मिलने वाला है कि वो दलित समाज से आते है और कांग्रेस के कोर वोटर्स दलित ही है। खड़गे के अध्यक्ष बनने से लोगों के बीच अच्छा मैसेज जाएगा। वही दूसरी वजह है कि खड़गे सालों से पार्टी के करीबी नेता रहे है। उन्हें काफी अच्छा अनुभव रहा है। ऐसे में अगर खड़गे अध्यक्ष बनते हैं, तो ये तय है कि कुछ भी हो जाए वे पार्टी हाईकमान को चुनौती नहीं देंगे।
दिग्विजय सिंह की हो गई है छवि खराब
इसी के साथ दिग्विजय सिंह को लेकर कहा जा रहा कि उन्होंने चुनाव हाईकमान के आदेश पर नहीं लड़ा है, क्योंकि सिंह की छवि काफी खराब हो चुकी है। मध्य प्रदेश में सरकार गिरने की वजह भी उन्हें ही माना जाता है, इसलिए पार्टी उनके साथ रिस्क नहीं ले सकती है। हालांकि, दिग्विजय सिंह ने मीडिया को बताया था कि वो खड़गे के सामने चुनाव नहीं लड़ सकते है, इसलिए नामांकन दाखिल नहीं करेंगे।