केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शनिवार को शोक जताया और कहा कि वह एक ऐसे ‘‘विराट वटवृक्ष’’ थे जिनकी छाया में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का संगठन पनपा और उसका विस्तार हुआ।
शाह ने कहा कि कल्याण सिंह के निधन से पार्टी में ऐसी रिक्तता आई है जिसे लंबे समय तक भर पाना संभव नहीं है।
कल्याण सिंह का शनिवार शाम लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे।
कल्याण सिंह को एक सच्चा राष्ट्रभक्त, ईमानदार व धर्मनिष्ठ राजनेता करार देते हुए शाह ने एक के बाद एक ट्वीट में कहा, ‘‘बाबूजी एक ऐसे विराट वटवृक्ष थे, जिनकी छाया में भाजपा का संगठन पनपा व उसका विस्तार हुआ। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एक सच्चे उपासक के रूप में उन्होंने जीवनभर देश व जनता की सेवा की।’’
उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कर्तव्यनिष्ठा व राजनीतिक कौशल से सुशासन की संकल्पना को साकार कर जनता को भय व अपराध से मुक्त एक जनकल्याणकारी शासन दिया और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार कर आने वाली सरकारों के लिए उत्कृष्ट आदर्श भी स्थापित किए।
उन्होंने कहा, ‘‘जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जी जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है। बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया।’’
शाह ने कहा कि कल्याण सिंह राष्ट्र, धर्म व जनता को समर्पित ऐसे विराट व आदर्शपूर्ण शख्सियत थे, जिनके निधन से देश व समस्त भाजपा परिवार शोकाकुल है। उन्होंने कहा, ‘‘यह देश व आने वाली पीढ़ियां उनके वृहद योगदान के लिए सदैव ऋणी रहेंगी।’’
शाह ने कहा कि वह ना सिर्फ भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे बल्कि रामजन्मभूमि आंदोलन के नायक भी थे। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह ने हमेशा पिछड़े समाज के हितों की रक्षा की लड़ाई लड़ी और विधानसभा से लेकर संसद तक उनकी आवाज बुलंद की।
दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।