बेंगलुरु में विपक्षी दलों की हो रही बैठक के बीच भाजपा ने 18 जुलाई को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों की बैठक बुलाई है। भाजपा की इस बैठक को 2024 के लिए एनडीए के शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस बैठक को लेकर पीएम मोदी और भाजपा पर निशाना साधा है और दावा किया है कि, विपक्षी एकता से डरकर भाजपा को एनडीए की याद आ गई।
पीएम एनडीए का कुनबा क्यों मजबूत कर रहे हैं?
जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री और भाजपा को बौखलाया हुआ बताते हुए कहा की, पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी डीए में जान फूंकने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने सवाल करते हुए कहा कि, पीएम को एनडीए कैसे याद आ गया? अब पीएम एनडीए का कुनबा क्यों मजबूत कर रहे हैं?
एनडीए में नई जान फूंकने की कोशिश
बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जयराम रमेश ने बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा, यह बैठक कल (18 जुलाई) सुबह होने वाली है। कुछ नेता आज नहीं आ रहे हैं। वे कल आएंगे। बैठक 11 बजे शुरू होगी और 4 बजे सभी दलों के नेता देश को संबोधित करेंगे, लेकिन हमारी पटना बैठक के बाद अचानक प्रधानमंत्री को एनडीए का ख्याल आया। एनडीए में नई जान फूंकने की कोशिश की जा रही है।
PM पार्टियों को क्यों एकत्रित कर रहे हैं?
एनडीए की बैठक पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि, मोदी जी ने राज्यसभा में कहा था मैं सभी विपक्षियों पर अकेला भारी हूं। अगर ऐसा सच में है तो वह 30 पार्टियों को क्यों एकत्रित कर रहे हैं। मुझे ताज्जुब है। आगे खरगे ने कहा कि, पीएम 30 पार्टियों का नाम तो बताएं हमारे साथ जो लोग हैं, वो हमेशा हमारे साथ रहे हैं। हमने संसद और संसद के बाहर भी मिलकर काम किया है। हम जो कर रहे हैं, उसे देखकर वो घबरा गए हैं।