भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के नेता ने यह सुनिश्चित किया कि राज्यसभा के नए सदस्यों ने अपना काम अच्छी तरह से करने का वादा किया। भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को संसद भवन में राज्यसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई। जिन सांसदों को सोमवार को शपथ दिलाई गई, उनमें देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हैं। सोमवार को संसद में डॉ. एस जयशंकर, केसरी देवसिंह दिग्विजय सिंह झाला, बाबूभाई जेसंगभाई देसाई, डोला सेन, नागेंद्र रे, प्रकाश चिक बड़ाईक, समीरुल इस्लाम, सुखेंदु शेखर रे और डेरेक ओ ब्रायन को शपथ दिलाई गई।
फिर से राज्यसभा सांसद हो गए हैं
गौरतलब है कि बतौर राज्यसभा सांसद विदेश मंत्री एस जयशंकर कार्यकाल 18 अगस्त को समाप्त हो गया था। उनके अलावा तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन, शुभेंदु शेखर रे और डोला सेन का कार्यकाल भी 18 अगस्त को समाप्त हो गया था। हालांकि, कार्यकाल समाप्त होने के महज तीन दिन बाद विदेश मंत्री समेत चारों नेता फिर से राज्यसभा सांसद हो गए हैं।
उनमें विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल थे
दरअसल, एस जयशंकर को गुजरात और शेष तीन तृणमूल नेताओं को पश्चिम बंगाल से फिर से राज्यसभा सांसद चुना गया है। राज्यसभा के नवनिर्वाचित व पुनर्निर्वाचित सदस्यों ने सोमवार को शपथ ली। संसद के ऊपरी सदन यानी राज्यसभा में 9 सांसदों का कार्यकाल समाप्त हुआ है। हाल ही में संपन्न हुए मानसून सत्र के अंतिम दिन इन सभी नौ सांसदों को राज्यसभा ने विदाई दी। जिन सांसदों का कार्यकाल समाप्त हुआ है, उनमें विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल थे।