चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक चांद पर लैंडिंग को लेकर पूरा देश अपनी नजरों को जमाए हुए हैं और काफी उत्साहित है. इसरो की वैज्ञानिक इस पूरे काम में लगे हुए। भारत के मून मिशन चंद्रयान- 3 शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोलर हिस्से में लैंडिंग की उम्मीद जताई जा रही है। चंद्रयान-3 को लेकर पूरे देश में पूजा पाठ भी शुरू हो गया है। देश के हर कोने में चंद्रयान-3 को लेकर सभी अपनी भावना भक्ति में जुटे हुए हैं। ताकि पूरा देश इसकी ख़ुशी मन पाए और पूरी दुनिया में नाम कमा पाए। और इस पूजा पाठ के बीच इसरो के वैज्ञानिक सुधांशु कुमार के घर पर भी ज़ोरो शोरों से तैयारियां चल रही है।
पिता ने कहा- सफल लैंडिंग कामना कर रहे
चंद्रयान-3 की टीम में बिहार के गया जिले के खरखूरा मोहल्ले के रहने वाले इसरो वैज्ञानिक सुधांशु कुमार भी शामिल है. इसको लेकर वैज्ञानिक सुधांशु कुमार के घर काफी खुशी का माहौल छाया हुआ है और उनके घर वाले बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। सुधांशु के माता-पिता काफी खुश नजर आ रहे हैं और उन्होंने अपने घर पर चंद्रयान-3 सफल लैंडिंग के लिए मंगलवार को अपने घर मे पूजा पाठ किया। वैज्ञानिक सुधांशु कुमार के पिता ने कहा कि जैसे-जैसे चंद्रयान-3 के लैंडिंग का समय पास आ रहा है वैसे-वैसे बेचैनी बढ़ रही है।
सुधांशु कुमार का क्या है योगदान ?
ISRO वैज्ञानिक सुधांशु कुमार के पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटे की नौकरी के लिए कभी भी पूजा पाठ नहीं किया है लेकिन वह भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हो क्योंकि इसके साथ मेरे बेटे का भी नाम जुड़ा हुआ है और यह पूरे देश के लिए एक गौरव की बात है। उन्होंने बताया की हमने घर के बाहर देवी देवताओं की पूजा-पाठ की है। बता दें कि वैज्ञानिक सुधांशु कुमार ने 2021 में इसरो ज्वाइन किया था। वह इस समय श्रीहरि कोटा में पदस्थापित है। और ये वही है जिन्होंने जो चंद्रयान-3 लांच व्हीकल बनाने वाली टीम मे शामिल हैं।