भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को चंद्रयान-3 के लिए ‘लॉन्च रिहर्सल’ पूरा कर लिया, जिसे 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान-3 मिशन: संपूर्ण प्रक्षेपण तैयारी और 24 घंटे तक चलने वाली प्रक्रिया का अनुकरण करने वाला ‘लॉन्च रिहर्सल’ संपन्न हो गया है।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 5 जुलाई को यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में लॉन्च वाहन – एलवीएम 3 के साथ चंद्रयान -3 युक्त एनकैप्सुलेटेड असेंबली को एकीकृत किया।
चंद्र मिशन के लॉन्च दिवस की योजना
इसरो ने ट्वीट किया,
Chandrayaan-3 mission:
The ‘Launch Rehearsal’ simulating the entire launch preparation and process lasting 24 hours has been concluded.Mission brochure: https://t.co/cCnH05sPcW pic.twitter.com/oqV1TYux8V
— ISRO (@isro) July 11, 2023
आज, श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में, चंद्रयान-3 वाली इनकैप्सुलेटेड असेंबली को LVM3 के साथ जोड़ा गया है।अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने पिछले महीने बताया था कि वे 13-19 जुलाई के बीच अपने तीसरे चंद्र मिशन के लॉन्च दिवस की योजना बना रहे हैं। सोमनाथ ने कहा था, “हम चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सक्षम होंगे। लॉन्च का दिन 13 जुलाई है, यह 19 जुलाई तक जा सकता है। चंद्रयान-3 चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है, जो चंद्र सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने की संपूर्ण क्षमता प्रदर्शित करता है।
जून 2023 में अपना चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च करने की संभावना
इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में इसरो अध्यक्ष ने कहा था कि जून 2023 में अपना चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च करने की संभावना है। चंद्रमा पर भारत का दूसरा मिशन चंद्रयान-2, 22 जुलाई, 2019 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। लेकिन 6 सितंबर की सुबह विक्रम चंद्र लैंडर के चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद मिशन विफल हो गया।