सरकार ने बुधवार को बताया कि चीन एवं दूसरे देशों द्वारा विकसित ऐसे 348 मोबाइल ऐप की पहचान की गयी है और उन्हें प्रतिबंधित किया गया है जो उपयोगकर्ताओं की जानकारी एकत्र कर रहे थे और देश के बाहर स्थित सर्वरों को अनधिकृत तरीके से भेज रहे थे।
रोडमल नागर ने लोकसभा में पूछा था सरकार से सवाल
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोकसभा में रोडमल नागर के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। सदस्य ने पूछा था कि क्या सरकार ने देश से बाहर सूचना भेजने वाले किसी ऐप की पहचान की है और यदि ऐसे किसी ऐप का पता चला है तो क्या उन्हें प्रतिबंधित किया गया है।
348 ऐप की पहचान कर प्रतिबंधित किया गया
जवाब में मंत्री ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ऐसे 348 ऐप की पहचान की है और मंत्रालय के अनुरोध पर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन सभी ऐप्लीकेशन को ब्लॉक कर दिया है क्योंकि इस तरह के डेटा प्रसारण भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा और राज्य की सुरक्षा का उल्लंघन करते हैं। चंद्रशेखर ने बताया कि इन ऐप को चीन समेत विभिन्न देशों द्वारा विकसित किया गया है।
आपको बता दे की चीन सहित कई प्रतिद्वंदी देश भारत में आकर सोशल मीडिया के जरिए सीक्रेट सूचना दुश्मन देशों को भेजते थे, जो देश की संप्रभुता के खतरा पैदा करती थी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए देश की सीक्रेट सूचना चीन व पाकिस्तान में भेजते हुए कई जासूसी को केंद्रिया एजेंसियों ने पकड़ा था। उसके बाद ही सोशल मीडिया पर गृहमंत्रालय ने नजर ऱखकर 348 ऐप को प्रतिबंधित किया गया।