हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नियम आधारित व्यवस्था साझा करते हैं भारत, वियतनाम : कोविंद  - Punjab Kesari
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हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नियम आधारित व्यवस्था साझा करते हैं भारत, वियतनाम : कोविंद 

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हनोई : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि भारत और वियतनाम रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में एक नियम आधारित व्यवस्था का दृष्टिकोण साझा करते हैं और क्षेत्र में विवादों का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। इस क्षेत्र में दक्षिण चीन सागर भी आता है और चीन इस इलाके में अपना प्रभुत्व जताता रहा है। वियतनाम की नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए कोविंद ने राष्ट्रपति के रूप में आसियान क्षेत्र की अपनी पहली यात्रा पर कहा कि भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के लिए वियतनाम महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों प्राचीन समुद्री राष्ट्र हैं और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के वाणिज्य, सुरक्षा और स्थिरता में साझेदार हैं।’’ कोविंद ने कहा कि वियतनाम के साथ भारत की साझेदारी के कई पहलू हैं जिनमें मजबूत कारोबार, राजनीतिक और लोगों के आपसी संबंध शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वियतनाम और भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए एक दृष्टिकोण साझा करते हैं जिसमें दक्षिण चीन सागर एक महत्वपूर्ण घटक है।

हम एक नियम आधारित व्यवस्था की सोच रखते हैं जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करती हो और नौवहन तथा ऊपरी उड़ानों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करती हो।’’ चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है। इस क्षेत्र को लेकर वियतनाम, फिलिपीन, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान के विरोधी दावे हैं। कोविंद ने महात्मा गांधी और दिवंगत वियतनामी राष्ट्रपति हो ची मिन्ह समेत दोनों देशों के क्रांतिकारी नेताओं का भी उल्लेख किया।

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