भारत 16-17 जून को आसियान देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा जो इस 10 सदस्यीय देशों के समूह के साथ उसके संबंधों की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जा रही है।
सैन्य तख्ता पलट होने के कारण म्यांमार के विदेश मंत्री संभावना नही
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी । बागची ने बताया कि आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की बैठक में म्यामांर की हिस्सेदारी समूह के नियमों पर आधारित होगी । इसे म्यामांर के विदेश मंत्री के नयी दिल्ली में आने की संभावना नहीं होने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। म्यामांर में पिछले वर्ष सैन्य तख्तापलट के बाद बहुस्तरीय मंचों पर म्यामांर के साथ सम्पर्क पर आसियान का रूख यह रहा है कि ऐसा गैर राजनीतिक स्तर पर होना चाहिए।
30 वर्षगांठ के अवसर पर भारत में हो रहा हैं आयोजन
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ भारत 16-17 जून को आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की विशेष बैठक (एसएआईएफएमएम) की मेजबानी करेगा । इसका आयोजन समूह के साथ हमारे वार्ता संबंधों की 30वीं वर्षगांठ और आसियान के साथ हमारे सामरिक गठजोड़ की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रहा है।’’
विदेश मंत्री व महासचिव लेगें बैठक में हिस्सा
उन्होंने कहा कि इस बैठक की सह अध्यक्षता विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा सिंगापुर के उनके समकक्ष विवियन बालकृष्णन करेंगे ।बागची ने कहा कि बैठक में आसियान के अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्री और आसियान के महासचिव इसमें हिस्सा लेंगे । वर्ष 2022 को आसियान-भारत मित्रता वर्ष के रूप में निधारित किया गया है।