कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उम्मीदवार शशि थरूर ने कार्यकर्ताओं से कई वादे किए हैं, लेकिन शशि थरूर की अध्यक्ष बनने डगर आसान नहीं हैंं , क्योंकि समस्त कांग्रेस का जोर प्रतिद्वंदी मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ पड़ रहा हैं। शशि थरूर ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी के भीतर संविधान को मूलरूप से लागू करने का भी वादा किया हैं।यहीं नहीं उन्होनें कांग्रेस संसदीय बोर्ड का पुर्नगठन करने का भी एलान किया हैं।
एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में थरूर ने कहा की कांग्रेस को शक्तियों का विकेंद्रीकरण कर जनाधार वाले जमीनी नेताओं को सशक्त बनाना चाहिए , जिससे पार्टी की खोई हुई ताकत को वापस लाया जा सके।
उदयपुर नवसंकल्प को पार्टी में पूरी तरह से लागू करेंगे
अध्यक्ष उम्मीदवार थरूर ने कहा पूर्व में उदयपुर में आय़ोजित हुआ चिंतन शिविर में जिस नवसंकल्प पर लोगों की आम सहमति बनी थी, उसे पार्टी में पूरी तरह से लागू किया जाएगा। यह पूछ जाने पर कि अध्यक्ष बनने पर कांग्रेस के लिए उनकी क्या योजनाएं हैं, 66 वर्षीय थरूर ने कहा, ‘‘मैं सोचता हूं कि पहला कदम यह होगा कि कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव कराया जाए ताकि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का प्रसार हो सके।’’
उनका कहना था, ‘‘मैं कांग्रेस के संविधान को पूरी तरह से लागू करूंगा। संविधान के तहत कार्य समिति का चुनाव और संसदीय बोर्ड का गठन जरूरी है। उदयपुर नवसंकल्प को पूरी तरह लागू करूंगा।’’ पार्टी के ‘जी 23’ समूह के नेताओं की यह प्रमुख मांग रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के अलावा कार्य समिति का भी चुनाव कराया जाए। थरूर भी इस समूह में शामिल थे जिसने सोनिया गांधी को अगस्त, 2020 में पत्र लिखा था।
कांग्रेस ने उदयपुर चिंतन शिविर में जिस पर नवसंकल्प को जारी किया था उसमें ‘एक परिवार, एक टिकट’, संगठन में 50 वर्ष से कम उम्र के नेताओं को बड़े पैमाने पर प्रतिनिधित्व देने समेत कई सुधारों का वादा किया गया था।
बूथ कमेटियों को असली ताकत देनी होगी
थरूर के अनुसार, उन्होंने अपने घोषणापत्र में इसका उल्लेख किया है कि कांग्रेस को प्रदेश कांग्रेस कमेटियों, जिला कमेटियों, ब्लॉक कमेटियों और बूथ कमेटियों के अध्यक्षों को असली ताकत देनी होगी ताकि राज्यों में पार्टी को सशक्त बनाया जा सके। थरूर ने आगे कहा की वह चाहते हूं कि प्रतिनिधियों का निर्वाचित दर्जे का सम्मान किया जाए और पार्टी के विचार-विमर्श की प्रक्रिया में उन्हें शामिल किया जाए, ताकि पार्टी को जमीनी स्तर पर ताकत मिल सके , थरूर ने भाजपा के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस को भाजपा के सामने केंद्रीकृत करके एक ठोस विकल्प देना होगा।