किसी भी परिस्थिति को आसानी से पार कर जाना उतना आसान नहीं होता जितना वो दिखाई देता है। भारतीय वायु सेना किसी भी प्रकार के लक्ष्य को सरलता से सिद्ध कर देती है इस सरलता के पीछे होता है कठिन अभ्यास। किसी भी कार्य को सिद्ध करने से पूर्व उसके लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है। किसी भी परिस्थति से पूर्व तैयार रहना आने वाले सभी बड़े खतरे को ख़त्म करने से काम नहीं है।भारतीय वायु सेना के लड़ाकू जेट और परिवहन विमानों ने शनिवार को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे हवाई पट्टी पर आपातकालीन अभ्यास किया।
लगभग 10 जेट और विमानों ने हवाई पट्टी पर टच-एंड-गो किया अभ्यास
जिला मजिस्ट्रेट सुल्तानपुर जसजीत कौर ने कहा, लगभग 10 जेट और विमानों ने हवाई पट्टी पर टच-एंड-गो अभ्यास किया, जिसमें एक ए एन 32 (परिवहन विमान) पूरी तरह से हवाई पट्टी पर उतरा। डीएम ने कहा यह हवाई पट्टी की गुणवत्ता और ताकत की जांच करने के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा किया गया एक आपातकालीन अभ्यास है ताकि आपातकालीन जेट आसानी से उतर सकें और हवाई पट्टी पर जा सकें।
बरेली में था कार्यक्रम निर्धारित
उन्होंने कहा कि मिराज फाइटर जेट, जगुआर जेट और एंटोनोव एएन32 अभ्यास का हिस्सा थे। जसजीत कौर ने कहा, आज का आईएएफ आपातकालीन अभ्यास वरिष्ठ आईएएफ अधिकारियों और ग्राउंड स्टाफ की उपस्थिति में किया गया। मिराज फाइटर जेट, जगुआर जेट और एंटोनोव एएन32 आज के अभ्यास का हिस्सा थे। उन्होंने आगे कहा कि सुखोई भी आज के अभ्यास का हिस्सा था, लेकिन बरेली में खराब मौसम के कारण, यह आज के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका क्योंकि इसे बरेली से निर्धारित किया गया था।
उड़ान के लिए हवाई पट्टी के क्षेत्र से सभी डिवाइडर हटे
आज के आयोजन के लिए, 11 जून से सुल्तानपुर के पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 5 किलोमीटर के क्षेत्र की मरम्मत की जा रही थी, विमानों की सुरक्षित लैंडिंग और उड़ान के लिए हवाई पट्टी के क्षेत्र से सभी डिवाइडर हटा दिए गए थे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 16 नवंबर, 2021 को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर पहला आईएएफ अभ्यास किया गया था।