देश में 2014 से मेडिकल सीटों में कितना इजाफा हुआ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने संसद को बताया - Punjab Kesari
Girl in a jacket

देश में 2014 से मेडिकल सीटों में कितना इजाफा हुआ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने संसद को बताया

भारतीय छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं और जब छात्र विदेशी चिकित्सा योग्यता प्राप्त कर

देश में स्वास्थ्य ढांचा वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के आगमन के बाद और अधिक मजबूत हुआ है। लेकिन इसमें अभी भी काफी सुधार की गुंजाइज है, तो वहीं, केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया कि देश में डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं और यूजी (स्नातक स्तर) मेडिकल सीटों की संख्या 75 प्रतिशत बढ़कर 89,875 हो गई है जो 2014 से पहले 51,348 थी।  
2014 से पहले 51,348 थी जो बढ़कर अब 89,875 हो गई है 
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनुसख मांडविया ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेडिकल यूजी सीटों की संख्या 2014 से पहले 51,348 थी जो बढ़कर अब 89,875 हो गई है। उन्होंने कहा कि इन सीटों में 75 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मेडिकल की पीजी (स्नातकोत्तर) सीटों की संख्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इनकी संख्या 2014 से पहले 31,185 थी जो अब 93 प्रतिशत बढ़कर 60202 हो गई है।  
मांडविया ने कहा कि मेडिकल सीटों में वृद्धि करने के लिए कई उपाय किए गए हैं 
उन्होंने कहा कि भारतीय छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं और जब छात्र विदेशी चिकित्सा योग्यता प्राप्त कर लेते हैं, तो उन्हें भारत में चिकित्सा व्यवसायी के रूप में पंजीकृत होने के लिए विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा (स्क्रीनिंग टेस्ट) उत्तीर्ण करनी होती है। मांडविया ने कहा कि मेडिकल सीटों में वृद्धि करने के लिए कई उपाय किए गए हैं। इन उपायों के तहत जिला अस्पतालों व रेफरल अस्पतालों को उन्नत कर नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए केंद्रीय प्रायोजित योजना शुरू की गई है तथा 157 नए मेडिकल कॉलेज अनुमोदित किए गए हैं।  
केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम के तहत, 22 एम्स को मंजूरी दी गयी है 
उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉकों के निर्माण द्वारा सरकारी मेडिकल कॉलेजों के उन्नयन के लिए केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम के तहत कुल 75 परियोजनाएं अनुमोदित की गई हैं तथा 55 परियोजनाएं पूरी की गई हैं। मांडविया ने कहा कि नए एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) की स्थापना के लिए केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम के तहत, 22 एम्स को मंजूरी दी गयी है और 19 ऐसे संस्थानों में स्नातक पाठ्यक्रम शुरू हो गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।