विपक्ष की एकता अब गठबंधन का रूप ले रही है। इंडिया गठबंधन अब तक 2 बैठक कर चुका है, और इसकी अगली तीसरी बैठक मुंबई में होने वाली है। जहां ये मोदी सरकार के खिलाफ बनाए गए गठबंधन INDIA एक ऐसा स्ट्रक्चर तैयार करने जा रहे है जो बीजेपी सरकार पर काफी ज़्यादा भारी पड़ सकती है। लेकिन इस गठबंधन के पीछे की कहानी कोई और ही लिख रहा है। जो परदे के पीछे रहकर भी अपने सभी कामों को अंजाम दे रहा है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं लालू यादव की। जिन्होंने इस इंडिया गठबंधन की पूरी कहानी अपने ही हाथो से लिखी है। चलिए जानते हैं कैसे ?
कैसे बने लालू यादव इंडिया गठबंधन के संकट मोचन ?
26 दलों को एक साथ जोड़ने की पूरी कोशिश में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव ने हद से ज़्यादा भूमिका निभाई है। अगर नीतीश कुमार ने फ्रंट गेट की तरह सहयोग दिखाया है तो लालू यादव ने बैक बॉन की तरह। सूत्रों की माने तो पिछले ऐसे कई मौके आये जब इंडिया गठबंधन के टूटने की खबरे सामने आने लगी। लेकिन उस वक़्त इस नए-नए गठबंधन को लालू यादव ने ही संभाला। INDIA की मीटिंग में लालू यादव ने संकट मोचन की भूमिका निभाई है।
इन बिंदुओं से समझेंगे आप
- लालू यादव की साल 2022 में वो नीतीश कुमार के साथ 25 सितंबर के दिन सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास पहुंचे, जहां एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग के बाद लालू और नीतीश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था , जहां उन्होंने बताया था की कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव नेताकों को एकजुट किया जाएगा।
- विपक्षी दलों को जोड़ने में लगे नीतीश कुमार, अखिलेश यादव से मिले थे। जो लगातार कांग्रेस से दूरियां बना रहे थे। इस मीटिंग के दौरान तेजस्वी यादव भी मौजूद थे, जिन्होंने अखिलेश से कहा था की पापा (लालू यादव) आपसे मिलना चाहते हैं। फिर इस बैठक के तीन दिन बाद ही अखिलेश यादव मीसा भारती के आवास पहुंचे जहां लालू यादव भी मौजूद थे। और उन्होंने इनकी इस गठबंधन में आने के लिए मना लिया।
- बिहार में हाल ही में जब नीतीश सरकार और उनके नेताओं पर कार्यवाही हुई थी तब लालू यादव चुप भी रहे थे।
- लालू यादव ने बिहार में हुई इंडिया गठबंधन की मीटिंग के दौरा राहुल गांधी की शादी की बात छेड़ दी थी।