देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने डेंगू बिमारी की स्थिति को लेकर कहा है कि, विभिन्न राज्यों में 15 विशेष टीम भेजी गयी है और उनकी रिपोर्ट के आधार पर केंद्र ने परामर्श जारी किया है। मांडविया ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान विभिन्न पूरक सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, 28 अगस्त से 19 नवंबर के बीच गुजरात, हरियाणा, पंजाब, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, दिल्ली और जम्मू कश्मीर जैसे 15 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों में विशेषज्ञों की 15 टीम भेजी गई थी। उन्होंने कहा कि, उन टीम की रिपोर्ट के आधार पर परामर्श जारी किया गया है और राज्यों को पूरी मदद की जाएगी।
केंद्र की ओर से नहीं बरती जाएगी कोई कोताही
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, इस बीमारी से निपटने में केंद्र की ओर से कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि 2021 के दौरान डेंगू के कुल 1,64,103 मामलों की सूचना मिली है जबकि 2019 में 2,05,243 मामले सूचित किए गए थे। उन्होंने कहा कि, भारत सरकार और राज्यों के प्रयासों से साल 2008 से ‘मामला मृत्यु दर’ (प्रति 100 मामलों पर मौत) को एक प्रतिशत से कम पर कायम रखा गया है। साल 2019 से ‘मामला मृत्यु दर’ अत्यधिक कम, 0.1 प्रतिशत के स्तर पर रही है। मांडविया ने कहा कि, यह बीमारी मुख्य रूप से बारिश के बाद बढ़ती है और मच्छर से फैलती है। उन्होंने कहा कि, इसका लार्वा साफ पानी में पैदा होता है।