साउथ अफ्रीका के जोहानिसबर्ग ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात हुई जहां दोनों नेताओं ने LAC का मुद्दा एक दूसरे के सामने रखा। जहां भारत के बढ़ते सख्त रुख के बाद चीन के तेवर में अब नरमी दिखाई दे रही है। बता दे की यह मुलाकात तब हुई जब दोनों नेता साउथ अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हैं। पहले से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अगर मुलाकात होती है तो पीएम मोदी उनके सामने लद्दाख का मुद्दा भी रखेंगे।
चीन के तेवर हुए नरम
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस बात पर जोर दिया चीन भारत संबंधों में सुधार आने से आम हितों की की पूर्ति होगी और क्षेत्र और दुनिया की शांति व्यवस्था के लिए ये अनुकूल भी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव विनय क्वात्रा ने गुरुवार 24 अगस्त के दिन कहा की पीएम मोदी ने राष्ट्रपति शी को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अनसुलझे मुद्दों को लेकर भारत की चिताओं से अवगत कराया। जिसके बाद से ही चीन के तेवर में भी काफी बदलाव देखने को मिला। जहां पीएम मोदी ने जिनपिंग से साफ़ शब्दों में कहा की सीमा वाले क्षेत्रों में शान्ति बनाना सामान्य स्थिति के लिए आवश्यक है।
भारत-चीन के रिश्ते में दिखेंगी सामान्यता !
विदेश मंत्रालय के सचिव विनय क्वात्रा ने कहा की इस वार्तालाप के बाद ही नेताओं ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में शीघ्रता से सैनिकों की वापसी और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने की बात पर सहमति दिखाई। जहां सचिव ने बताया की पीएम मोदी ने उन बयानों पर सबसे ज़्यादा ज़ोर डालते हुए कहा की सीमावर्ती क्षेत्रों में शान्ति बनाए रखना भारत-चीन के संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है।