पाकिस्तानी लड़की से ऑनलाइन दोस्ती के बाद उससे मिलने पहुंचे भारतीय मूल के नागरिक हामिद निहाल अंसारी को आज मंगलवार को पाकिस्तान की जेल से रिहा कर दिया जायेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यह जानकारी दी। रवीश कुमार ने कहा, “हमें पाकिस्तान से यह जानकारी मिली है कि भारतीय नागरिक हामिद निहाल अंसारी को मंगलवार को रिहा किया जायेगा।”
उन्होंने कहा कि यह, खासकर निहाल के परिजनों के लिए बहुत ही राहत की बात है, क्योंकि करीब छह साल का उसका (निहाल का) ‘वनवास’ खत्म हो रहा है। उन्होंने पाकिस्तान से अपील की कि वह उन भारतीय कैदियों को रिहा करने के लिए भी इसी तरह का कदम उठाये जिनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि हो गई है या जो सजा पूरी करने के बावजूद जेल में बंद हैं।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम मानसिक रूप से बीमार कैदियों से भारतीय चिकित्सा दल की मुलाकात के प्रस्ताव पर पाकिस्तान सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।’’ 33 वर्षीय हामिद छह साल बाद अपने देश लौटेगा। गौरतलब है कि पाकिस्तान की हाईकोर्ट ने संघीय सरकार को हामिद की सजा पूरी होने पर स्वदेश वापस भेजने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए एक महीने का समय दिया था। हामिद की सजा 15 दिसंबर को पूरी हुई है।
भारतीय कैदी हामिद निहाल अंसारी पाकिस्तान जेल से रिहा
बता दें कि मुंबई के रहने वाले अंसारी पेशावर केंद्रीय जेल में बंद थे। उन्हें सैन्य अदालत ने फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने के आरोप में 15 दिसंबर 2015 को तीन साल कैद की सजा सुनाई थी। अफगानिस्तान से पाकिस्तान में अवैध रूप से घुसने पर 2012 में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। वह कथित रूप से एक लड़की से मिलने के लिए पाकिस्तान गए थे, जिससे उनकी ऑनलाइन दोस्ती हुई थी।
भारत ने अंसारी की रिहाई पर राहत व्यक्त की, पाक से अन्य भारतीयों को भी रिहा करने का आग्रह किया
भारत ने छह साल की जेल की सजा के बाद पाकिस्तान द्वारा हामिद निहाल अंसारी को रिहा करने पर राहत व्यक्त करते हुए पाकिस्तान से मछुआरों समेत उन अन्य भारतीय नागरिकों को भी मुक्त करने की गुजारिश की जिनकी सजा पूरा हो चुकी है।
96 बार जारी किए गए ‘नोट वरबल्स’
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत ने अंसारी तक राजनयिक पहुंच देने के लिए 96 बार ‘नोट वरबल्स’ (राजनयिक तौर पर संवाद) जारी किये और उन्हें रिहा करने का निर्णय नयी दिल्ली के लगातार दबाव का नतीजा है। प्रवक्ता ने कहा,”हम चाहेंगे कि पाकिस्तान अन्य भारतीय नागरिकों और मछुआरों की तकलीफ भी दूर करने के लिए कार्रवाई करे, जिनकी पहचान की पुष्टि हो चुकी है और जिनकी सजा पूरी हो गई है, लेकिन वे पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं।”
सरकारी सूत्रों ने बताया कि राजनयिक पहुंच के लिए और उनके खिलाए लगाए गए आरोपों पर स्पष्टता के लिए 96 बार ‘नोट वरबल्स’ जारी किए गए जिन पर भारत को संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली। सूत्रों ने बताया कि 16 दिसंबर को उनकी जेल की सजा खत्म हो रही थी, इसे देखते हुए भारत ने पिछले हफ्ते कई स्तरों पर अंसारी की रिहाई और जल्द से जल्द उन्हें भारत भेजने की मांग की।