कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को गुजरात में मोरबी पुल दुर्घटना की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गुजरात सरकार लापरवाह जांच की प्रक्रिया पर खुद को निर्दोष साबित करे। गुजरात के मोरबी में एक पुल के रविवार को गिर जाने से 135 लोगों की मौत हो गई।
उन्होंने ट्वीट किया,मोरबी पुल की मरम्मत नहीं हुई थी। पुल को फिटनेस प्रमाणपत्र और आधिकारिक संतुति के बिना खोला गया। ठेकेदार इस योग्य नहीं था कि उसे काम दिया जाए। नगरपालिका प्रमुख को पता था कि पुल को खोला गया है।
In the #MorbiBridgeCollapses
➤ Rusted cable of the bridge was NOT repaired.
➤ Bridge opened on Oct 26 without fitness certificate and official consent.
➤ Contractor was not qualified for the job
➤ Municipality Chief knew that the bridge was open a day before the tragedy
1/2— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 3, 2022
कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया, 130 से अधिक लोगों की मौत हो गई, लेकिन ठेकेदारों और नगरपालिका अधिकारियो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई? क्या यह लापरवाही ईश्वर की मर्जी से हुई घटना (एक्ट ऑफ गॉड) है?
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री को सुनिश्चित करना चाहिए कि गुजरात सरकार लापरवाही भरी जांच को लेकर खुद को पाक-साफ साबित करे।
मोरबी में हुए ब्रिज हादसे ने देश को हिलाकर रख दिया था। रविवार की शाम हुए इस हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई। केबल ब्रिज की रखरखाव की जिम्मेदारी ओरेवा कंपनी के पास है। घटना की जांच कर रहे सरकारी अधिकारियों ने कंपनी की कई गलतियों को कोर्ट के सामने रखा था। प्रशासन ने कोर्ट से कहा कि मोरबी ब्रिज की मरम्मत करने वाले ठेकेदार ऐसे काम करने के योग्य नहीं थे। इसके साथ ही मरम्मत के नाम पर सिर्फ ब्रिज के कैबल्स को पेंट और पॉलिश कर दिया था।
हम अब इस पहलू पर विस्तार से विचार कर रहे हैं
प्राथमिक जांच के बाद पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘ऐसा लगता है कि ठेकेदार ने 26 अक्टूबर को पुल को जनता के लिए फिर से खोलने से पहले सभी केबलों को पेंट और पॉलिश किया था। हमें अब तक यह पुष्टि करने के लिए कुछ भी नहीं मिला है कि उन खराब हो चुके केबलों में से कोई भी बदल दिया गया है। हम अब इस पहलू पर विस्तार से विचार कर रहे हैं।’