देश के बड़े उद्योगपति गौतम अडानी की अगुआई वाला अडानी ग्रुप बीते कुछ दिनों से विवादों में घिरा हुआ है। कांग्रेस पार्टी अडानी समूह पर लगातार हमलावर बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस का कहना है कि, अडानी समूह को सत्तारूढ़ बीजेपी और नरेंद्र मोदी के नजदीकी का फायदा मिला है। अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में उद्योगपति गौतम अडाणी पर की गयी टिप्पणी का हवाला देते हुए महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनंगटीवार ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि गुजरात में कांग्रेस के शासन काल में अडाणी ने तरक्की की। उन्होंने कहा कि कोई महज दाढी बढ़ाकर प्रधानमंत्री नहीं बन सकता।
अडाणी के औद्योगिक साम्राज्य में अभूतपूर्व प्रगति हुई है : राहुल गाँधी
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए राहुल गाँधी ने बीते मंगलवार को लोकसभा में कहा था कि 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने के बाद अडाणी के औद्योगिक साम्राज्य में अभूतपूर्व प्रगति हुई और वह दुनिया के अमीरों की सूची में 609 वें नंबर से दूसरे नंबर पर पहुंच गये। उनकी इस टिप्पणी पर सत्ता पक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया जताई और कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने उन्हें ”बेबुनियाद आरोप” नहीं लगाने और अपने दावों को लेकर सबूत पेश करने को कहा था।
कोई दाढ़ी बढ़ा लेने भर से प्रधानमंत्री नहीं बन सकता है : सुधीर
मुनंगटीवार ने कहा, ‘‘ मैं मानता हूं कि कोई दाढ़ी बढ़ा लेने भर से प्रधानमंत्री नहीं बन सकता है, व्यक्ति अपनी प्रतिभा का विस्तार कर प्रधानमंत्री बनता है। आज जब आप (गांधी) अडाणी की बात कर रहे हैं लेकिन क्या आपको पता नहीं है कि अडाणी ने संपन्नता कब हासिल की?’’ वन, संस्कृति मामले और मात्स्यिकी मंत्री मुनंगटीवार कस्बा पर्थ निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा के प्रचार अभियान के दौरान संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। इस क्षेत्र में 26 फरवरी को उपचुनाव है।
10 पैसे प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन दी थी : मुनंगटीवार
मुनंगटीवार ने कहा, ‘‘1993 में जब चिमनभाई पटेल (गुजरात के) मुख्यमंत्री थे , तब आप (कांग्रेस ही) ही थे जिसने 10 पैसे प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन दी थी। जब छबीलदास मेहता गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब मुंद्रा बंदरगाह का काम (अडाणी ग्रुप को) दिया गया था।’’ उन्होंने कहा कि अडाणी विवाद में कांग्रेस की ओर से झूठ फैलाने की चेष्टा की जा रही है।
कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की टिप्पणी के बारे में भी पूछा गया
जब उनसे शिवसेना के मुखपत्र में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले पर की गयी टिप्पणी के बारे में पूछा गया और उनसे यह भी पूछा गया कि क्या शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा के महा विकास आघाड़ी में अशांति है जो अब सामने आने लगी है तो उन्होंने कहा , ‘‘ …..उनके यहां क्या हो रहा है, उसके बारे में टिप्पणी करने की मुझे कोई जरूरत नजर नहीं आती है।’’