देश में कोरोना संक्रमण के बाद अब लोगों पर म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस का जानलेवा खतरा मंडरा रहा है। देश में रोजाना इसके नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है, ऐसे में इस भयावह स्थिति के मद्देनजर केंद्र सरकार ने मंगलवार को एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसका इस्तेमाल म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार इंजेक्शन के निर्यात को प्रतिबंधित श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि एक निर्यातक को अपनी निर्यात खेप के लिए निदेशालय से विशेष अनुमति या लाइसेंस लेना जरूरी है। डीजीएफटी ने कहा कि एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का निर्यात तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित है।
दूसरी तरफ, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,27,510 नए संक्रमण सामने आए हैं। यह 50 दिनों में सबसे कम है। इस दौरान 2,795 और लोगों की मौत हो गई है। 8 अप्रैल के बाद रिपोर्ट किए गए ताजा संक्रमण की यह सबसे कम संख्या है, जब भारत में 1,31,968 मामले दर्ज किए गए, जबकि 7 अप्रैल को भारत में 1,26,789 नए मामले सामने आए थे।
26 अप्रैल के बाद पहली बार मृत्यु भी 3,000 अंक से नीचे आ गई, जब देश में 2,771 मौतें हुईं है। अधिकांश मेट्रो शहर अभी भी कोरोना की लहर से जूझ रहे हैं, हालांकि मुंबई और दिल्ली ने इस बढ़त को रोक दिया है। 47 दिनों में पहली बार दिल्ली में शनिवार को 100 से कम मामले सामने आए।
भारत में कोविड 19 मामलों की कुल संख्या अब 2,81,75,044 है, जिसमें 18,95,520 सक्रिय मामले हैं और अब तक 3,31,895 मौतें हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कुल 2,55,287 लोगों को छुट्टी दे दी गई है, जिससे अब तक कोविड मामलों में कुल 2,59,47,629 डिस्चार्ज हो गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक कुल 21,60,46,638 लोगों को टीका लगाया गया है, जिनमें 27,80,058 लोगों को पिछले 24 घंटों में टीका लगाया गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार 31 मई तक कोविड 19 के 34,67,92,257 नमूनों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 19,25,374 नमूनों की सोमवार को जांच की गई।