केंद्र सरकार पर निशाना साधने वाले अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। भाजपा के अलावा कांग्रेस ने भी उन पर हमला बोला है। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस की आलोचना की है। जयशंकर ने कहा कि सोरोस न्यूयॉर्क में बैठे एक पुराने, अमीर और गलत विचारों वाले व्यक्ति हैं, जो अभी भी ये सोचते हैं कि पूरी दुनिया को उनके हिसाब से काम करना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए जयशंकर ने कहा कि सोरोस जैसे लोग वास्तव में कथाओं को आकार देने में संसाधनों का निवेश करते हैं। उन्होंने कहा, “सोरोस जैसे लोगों को लगता है जिस व्यक्ति को वो देखना चाहते हैं और वह जीत जाता है तो उनके लिए चुनाव अच्छा है। अगर चुनाव का नतीजा कुछ और होता है तो वह लोकतंत्र को दोषपूर्ण कहेंगे।”
स्वयं के लोकतंत्र को देखता – जयशंकर
जयशंकर ने आगे कहा कि जब मैं अपने स्वयं के लोकतंत्र को देखता हूं, तो आज मैं एक मतदाता हूं। ये अभूतपूर्व है। चुनावी परिणाम जो निर्णायक हैं, चुनावी प्रक्रिया जिस पर सवाल नहीं उठाया जाता है। हम उन देशों में से नहीं हैं जहां चुनाव के बाद कोई अदालत में मध्यस्थता करने जाता है।
सोरोस ने मोदी सरकार को लेकर टिप्पणी की थी
अमेरिकी अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस ने मोदी सरकार को लेकर टिप्पणी की थी। म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में जॉर्ज ने हिंडनबर्ग की अदाणी ग्रुप पर रिपोर्ट के जरिए मोदी सरकार के पतन की भविष्यवाणी की थी। जॉर्ज ने पीएम मोदी को तानाशाह भी कहा था। उन्होंने कहा था कि भारत में जल्द ही सत्ता परिवर्तन होगा।
भाजपा ने जोरदार हमला बोला
उधर, जार्ज सोरोस पर भाजपा ने जोरदार हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि सोरोस का बयान सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी पर नहीं, बल्कि भारत पर भी हमला है। सोरोस भारत में अपनी पसंद की सरकार बनाकर कमाई करना चाहते हैं, जो प्रधानमंत्री मोदी के रहते संभव नहीं हो पा रहा है। उनके अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम करने और भारतीय हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए सोरोस ने एक बिलियन डालर (लगभग 8,000 करोड़ रुपये) से अधिक खर्च करने का एलान किया है।