नयी दिल्ली : केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के रणनीतिक लाभ को रेखांकित किया और कहा कि देश के आर्थिक विकास के लिये समुद्री अर्थव्यवस्था महत्वपूर्ण है। गडकरी सतत समुद्रीय अर्थव्यवस्था सम्मेलन में भाग लेने के लिये मंगलवार को नैरोबी के लिये रवाना हुए। इस सम्मेलन का आयोजन जापान और कनाडा की सह-मेजबानी में केन्या कर रहा है। वह बुधवार को सम्मेलन को संबोधित करेंगे। विश्वबैंक के अनुसार समुद्री अर्थव्यवस्था से तात्पर्य पारिस्थितिकी को बनाये रखते हुए वृद्धि, रोजगार और लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिये समुद्री संसाधनों का सतत उपयोग करने से है। इसमें समुद्री परिवहन, मत्स्यन, अक्षय ऊर्जा, कचरा प्रबंधन और पर्यटन जैसी चीजों को शामिल किया जाता है।
पोत परिवहन मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘गडकरी ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की स्थिति रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। इस आधार पर यह हिंद महासागर तटीय क्षेत्रीय सहयोग (इंडियन ओसिएन रिम एसोसएिशन) की रूपरेखा के तहत टिकाऊ, समावेशी और लोगों को केंद्र में रखकर समुद्री अर्थव्यवस्था की वृद्धि की पुष्टि करता है।’’ मंत्री ने कहा कि भारत महत्वकांक्षी सागरमाला कार्यक्रम शुरू कर समुद्री बुनियादी ढांचा के साथ अंतर्देशीय जलमार्ग तथा तटवर्ती परिवहन का विकास कर रहा है। इससे समुद्री लाजिस्टिक और बंदरगाह आधारित विकास को तीव्र गति मिलेगी।