भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अर्जेंटीना के रक्षा मंत्री जॉर्ज एनरिक तायाना से मुलाकात कर रक्षा परियोजनाओं पर मिलकर काम करने के बारे में बात की। उन्होंने अपने रक्षा उद्योगों को बेहतर बनाने के तरीकों और अपने संबंधों को कैसे बेहतर बनाया जाए, इस पर चर्चा की। सोमवार को भारत आए जॉर्ज तायाना एक खास जगह पर गए जहां बहादुरी से युद्ध लड़ने वाले लोगों को याद किया जाता है। उन्होंने इन नायकों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए एक विशेष स्मारक पर फूल चढ़ाये। अर्जेंटीना के रक्षा मंत्री भी भारत दौरे पर हैं। वह ब्रह्मोस एयरोस्पेस नामक कंपनी में गए और दिल्ली में महत्वपूर्ण लोगों के समूह से बात करेंगे। रक्षा मंत्री बेंगलुरु भी जाएंगे और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड नामक कंपनी का दौरा करेंगे। इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में वह सेना के लिए चीजें बनाने वाले नए व्यवसायों से भी मिलेंगे।
एक साथ काम करने के बारे में बात की
भारत और अर्जेंटीना बहुत करीबी दोस्त हैं। उन्होंने रक्षा और अपने रिश्ते को मजबूत बनाने जैसी महत्वपूर्ण चीजों पर एक साथ काम करने का फैसला किया। वे 2019 में और भी करीब आ गए जब अर्जेंटीना के राष्ट्रपति ने भारत का दौरा किया। हाल ही में, उनके नेताओं ने जर्मनी में मुलाकात कर इस बात पर चर्चा की कि वे एक-दूसरे की और भी अधिक मदद कैसे कर सकते हैं। इस साल जून में, अर्जेंटीना में भारतीय राजदूत दिनेश भाटिया ने अर्जेंटीना वायु सेना के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल जेवियर इसाक से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) नामक कंपनी द्वारा बनाए गए कुछ शानदार लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों पर एक साथ काम करने के बारे में बात की। राजदूत एचएएल के एक समूह में शामिल होकर वायु सेना प्रमुख और उनकी टीम से मिले और इस बारे में बात की कि वे इन विमानों पर एक साथ कैसे काम कर सकते हैं। अर्जेंटीना में भारतीय दूतावास ने इस मुलाकात के बारे में ट्वीट किया।
संयुक्त आयोग बैठक नामक एक बैठक भी की
पिछले साल अगस्त में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तेजस लड़ाकू विमान में अर्जेंटीना की रुचि के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत हो सकते हैं। जयशंकर और अर्जेंटीना के विदेश मंत्री सैंटियागो कैफ़िएरो के बीच एक बैठक हुई जहां उन्होंने रक्षा, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष में एक साथ काम करने पर बात की। वे एक-दूसरे के सशस्त्र बलों का दौरा करने, एक साथ प्रशिक्षण लेने और एक साथ रक्षा उपकरण बनाने जैसे काम करने पर सहमत हुए। उन्होंने दोनों देशों के बीच संयुक्त आयोग बैठक नामक एक बैठक भी की। भारत और अर्जेंटीना ने इस बारे में बात की कि वे अपने देशों की रक्षा, परमाणु ऊर्जा का उपयोग और अंतरिक्ष की खोज जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एक-दूसरे की कैसे मदद कर सकते हैं। उन्होंने इस बारे में भी बात की कि कैसे अर्जेंटीना भारत से लड़ाकू विमान प्राप्त करने में रुचि रखता है। वे साथ मिलकर काम करते रहने और एक-दूसरे की मदद करने पर सहमत हुए।