गुजरात के गांधी नगर में आयोजित डीफेंस एक्सपो 2022 के मौके पर सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने स्वदेशी हथियारों को लेकर बड़ी बात कही हैं , सेनाध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि स्वदेशी हथियार हर मोर्चे पर खरे उतरे हैं , इसलिए भविष्य की जंग इन्ही हथियारों से लड़ी जाएगी। जिन्हें हम भरोसे के साथ जीतेंगे। जनरल पांडे ने कहा कि निंसदेंह कह सकते हैं कि देश में निर्मित स्वदेशी हथियारों के बलबूते पर ही भविष्य के युद्ध को जीतेंगे। उन्होनें आगे कहा कि देश में निर्मित हथियार अग्रिम चौकियों पर इतने ताकत वर हैं जितने विदेशी हथियार। हमारे देश में निर्मित हथियारों ने सीमाओं पर अच्छा प्रदर्शन किया हैं।
वैश्विक हथियारों पर निर्भर नहीं होना चाहिए – सेनाध्यक्ष
अपने संबोधन के दौरान सेनाध्यक्ष ने सबसे ज्यादा जोर विदेशी हथियारों से छुटकारा देने पर दिया हैं। सेनाध्यक्ष ने कहा कि जंहा तक हो सके हमें वैश्विक आपूर्ति श्रृंख्ला पर बिल्कुल निर्भऱ नहीं होना चाहिए। उन्होनें आगे कहा कि हमारे तीन प्रमुख प्रोजेक्ट में से बख्तरबंद वाहन, हल्के टैंक शामिल हैं। इन सबको को मोदी सरकार आंशिक रूप से धन दे रही हैं। अन्य योजनाओं की जानकारी देते हुए सेनाध्यक्ष ने कहा कि उनके पास मेक II श्रेणी में हमारे पास 43 परियोजना, जिनको विधिवत रूप से 187 उधोग जगत से जुड़ी कंपनी देख रही हैं, और हमारी खुफिया एजेंसिया भी इस प्रोजेक्ट पर ध्यान दे रही है। इन सभी प्रोजेक्ट में करीब 27000 हजार करोड़ की लागत लगेंगी।
आपको बता दे की डीफेंस एक्सपो का आयोजन राजधानी गांधीनगर में किया गया हैं , जंहा पर स्वदेशी हथियारों के बारे में जानकारी दी जाती हैं। डीफेंस एक्सपों में कई नामी देश हथियारों की खरीद – फरोख्त करने के लिए उनके खासियत के बारे में जानकारी हासिल करते हैं । भारत सरकार ने पिछले साल डीफेंस एक्सपो का आयोजन लखनऊ में किया था। डीफेंस एक्सपो की प्रदर्शनी में गरूड बंदूक को रखा गया हैं , जो खासियत में सुर्खिया बटोरती हैं । गरूड अपने निशाने को काफी दूरी से तबाह कर सकती हैं ।