भारत बायोटेक द्वारा बनाये गए कफ सीरप को पीने से हुई मौतों पर अब राजनीती तेज हो गयी है। कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर रही है। उज्बेकिस्तान में इस सीरप को पीने से 18 बच्चों की मौत हो गई है। इससे पहले गाम्बिया में इसका सेवन करने से 80 बच्चों की जान चली गई थी। इस बात की जानकारी उज्बेकिस्तान केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) दी है। इस मामले को लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस पार्टी के नेता बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े कर रही है।
कांग्रेस पार्टी ने सीरप को लेकर भाजपा को घेरा
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि सरकार को डींग हांकना छोड़कर, इस मामले मे कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। दूसरी तरफ, सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति नफरत के चलते कांग्रेस भारत का मजाक बना रही है और विदेश में भारत की छवि खराब कर रही है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की कथित तौर पर एक भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित खांसी की दवा पीने से हुई मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है।
उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय का क्या कहना है?
उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि इन बच्चों ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित खांसी के सीरप डॉक-1 मैक्स का सेवन किया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया, भारत में निर्मित सीरप खतरनाक दिखाई देते हैं। पहले गाम्बिया में 70 बच्चों की मौत हुई और अब उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हुई। मोदी सरकार को यह डींग हांकना बंद कर देना चाहिए कि भारत दुनिया के लिए औषधालय है। सरकार को सख्त कार्रवा करनी चाहिए।
बीजेपी ने कांग्रेस के बयान पर पलटवार किया
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, गाम्बिया में बच्चों की मौत से भारत में निर्मित सीरप का कोई लेनादेना नहीं है। इस बारे में गाम्बिया के प्रशासन और डीसीजीआई दोनों ने स्पष्टीकरण दिया है। लेकिन मोदी के प्रति नफरत में अंधी हो चुकी कांग्रेस भारत एवं उसकी उद्यमी भावना का मजाक बना रही है।