कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- मणिपुर हिंसा पर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान बच रही है और यह जताने की कोशिश कर रही है कि वह चर्चा लिए तैयार है।
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा सरकार पर करते हुए ट्वीट किया कि, INDIA की पार्टियां राज्यसभा में सभी कार्यवाहियों को स्थगित करके सबसे पहले मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान और उसके बाद चर्चा की मांग कर रही हैं। मोदी सरकार इसका विरोध कर रही है और यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि बहस के लिए तैयार है। लेकिन प्रधानमंत्री के बयान देने को लेकर वह कुछ नहीं बोल रही है। जब भाजपा विपक्ष में थी तब सदन को अक्सर तब तक चलने नहीं देती थी जब तक कि तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह बयान नहीं दे देते थे। वह आमतौर पर ऐसा किया भी करते थे।
INDIA की पार्टियां राज्यसभा में सभी कार्यवाहियों को स्थगित करके सबसे पहले मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान और उसके बाद चर्चा की मांग कर रही हैं।
मोदी सरकार इसका विरोध कर रही है और यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि बहस के लिए तैयार है। लेकिन प्रधानमंत्री के बयान देने को लेकर वह कुछ…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 31, 2023
उनकी टिप्पणी सोमवार को नियम 267 के तहत मणिपुर की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की विपक्ष की मांग के बाद राज्यसभा स्थगित होने के बाद आई। इस बीच, सरकार ने कहा कि वह नियम 176 के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराने के लिए तैयार है।
इस बीच, संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, ”हम मणिपुर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा चाहते थे। ” हमारा प्रतिनिधिमंडल मणिपुर गया। ये बहुत गंभीर मसला है, प्रधानमंत्री क्यों नहीं आ सकते। हम सभी मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं।