केंद्र सरकार द्वारा आज नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलकर पीएम म्यूजियम कर दिया है, जिसके बाद कांग्रेस ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है, कांग्रेस नेता सांसद शशि थरूर ने कहा, अफसोस की बात है कि नौबत यहां तक आ गई, उन्होंने कहा, एक प्रचंड बहुमत वाली पार्टी से इस तरह का छोटापन दुर्भाग्यपूर्ण है।
नाम बदलना भाजपा की सोच को दर्शाता है
शशि थरूर ने कहा, अफसोस की बात है कि नौबत यहां तक आ गई, मुझे लगता है कि अन्य प्रधानमंत्रियों को शामिल करने के लिए इमारत का विस्तार करने का सुझाव एक असाधारण विचार है, लेकिन इस प्रक्रिया में देश के पहले प्रधानमंत्री, जिन्होंने अंतरिम सरकार का नेतृत्व किया, आजादी के बाद देश के पीएम बने और अब तक सबसे ज्यादा समय तक पद रहने वाले प्रधानमंत्री हैं, का नाम हटाना ओछापन है’।
बीजेपी को ऐसी चीजे शोभा नहीं देती
थरूर ने आगे कहा, आप इसे नेहरू मेमोरियल प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम कह सकते थे, ये ओछापन दुर्भाग्यपूर्ण है और यह हमारे अपने ऐतिहासिक अतीत के प्रति एक कड़वाहट को दिखाता है, मेरा मानना है ये ऐसी सरकार को शोभा नहीं देता, जिसके पास इतना अच्छा बहुमत हो।
उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने इस बात की जानकारी की साझा
नेहरू मेमोरियल संग्रहालय का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का निर्णय 15 जून 2023 को लिया गया था, लेकिन इस फैसले को मुहर 14 अगस्त को लगाई गई है, पीएम म्यूजियम की कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी थी।