कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद का मानना है कि अगले लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर उनकी पार्टी का सत्ता में आना मुश्किल है। लेकिन ‘‘कांग्रेस को रोकने की कीमत पर’’ विपक्षी महागठबंधन नहीं बनना चाहिए। खुर्शीद ने कहा कि 2019 के आम चुनावों में बीजेपी को हराने के लिए सहयोगियों को त्याग करने और तालमेल बिठाने के लिए तैयार रहना चाहिए। कांग्रेस के सभी नेता अच्छी तरह से समझ गए हैं कि देश की सत्ता को बदलने के लिए गठबंधन बहुत जरूरी है बीजेपी को जाना होगा।
गठबंधन को मूल रूप देने के लिए चाहे जिस त्याग, तालमेल और बातचीत की जरूरत हो, कांग्रेस वह करने के लिए तैयार है। लेकिन यह तभी संभव है जब दूसरे दल भी इस तरह का सामंजस्य दिखाए। आज की स्थिति देखते हुए यह कठिन है। सलमान खुर्शीद ने कहा अगर हम अकेले दम पर सरकार बनाने का सोचते हैं, तो उसके लिए हमें 5 साल तक काम करना होगा क्योंकि पिछले 3 साल से कांग्रेस गठबंधन के लिए काम कर रही है।
कांग्रेस अब अकेले चुनाव लड़ने के बारे में नहीं सोच सकती। इसके लिए हमें पांच साल तक लड़ना पड़ेगा। सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है, जो देश भर से सीटें जीतेगी। बाकी सहयोगी पार्टियां अपने अपने राज्य से जीत हासिल करेंगी। उन्होंने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में बसपा और सपा से गठबंधन न होने को लेकर कहा कि महागठबंधन बनाने का उद्देश्य बीजेपी को रोकने का है। ऐसे में अगर विपक्षी पार्टियां अपना लक्ष्य भूल जाती हैं तो महागठबंधन नहीं बन पाएगा। यह सभी पार्टियों और देश के लिए बड़ी हार होगा।