भारतीय अंतरिक्ष संस्थान इसरो को अब बड़ी कामयाबी मिलने वाली है। भारत का झंडा सीधा चांद की सतह से नजर आने वाला है जी हां हम बात कर रहे हैं चंद्रयान-3 की जो बड़ी कामयाबी को पाने के साथ साथ अब विश्वभर में नाम कमाने वाला है। वो अब जल्द ही लैंड करने वाला है। जिसका सबको बेसब्री से इंतजार था अब वह पल आ चुका है आज का दिन भारत और भारतवासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है। आज के दिन चंद्रयान-3 चंद्रमा और पृथ्वी के साथ-साथ पूरे ब्रह्मांड में अपना नाम प्रचलित करेगा। बता दें कि आज शाम 6:04 पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होने वाली है। इसरो के मुताबिक तय समय के अंदर ही यह पूरा मिशन सफल होगा। भारत अंतरिक्ष की दुनिया में आज एक नया इतिहास रचने वाला है। जहां लैंडिंग के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीधे दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली इसरो के साथ जुड़ने वाले हैं।
पाकिस्तान में हुई चंद्रयान 3 की चर्चा
अब आप सोच रहे होंगे कि चंद्रयान का चंद्रमा पर जाना क्यों महत्वपूर्ण है इससे दुनिया को क्या मिलने वाला है? तो आपको बता दे कि इस कामयाबी के बाद चंद्रयान चंद्रमा और पृथ्वी के साथ-साथ ब्रह्मांड में अन्य चीजों की भी बेहतर समझ रखेगा। साथी यह इंसानी बस्ती की संभावनाओं को भी तलाश कर सकेगा। इसके साथ ही कम खर्चे में मिशन लॉन्च करने के अलग-अलग राह बनाए जाएंगे । साथ ही भविष्य में अंतरिक्ष की खोज के लिए चंद्रमा पर स्टेशन भी बनेंगे। चंद्रयान की कामयाबी से भारत का पूरे विश्व में मान बढ़ेगा वही हिंदुस्तान की हिस्सेदारी भी स्पेस मार्केट में बढ़ जाएगी। इतना ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी चंद्रयान-3 की काफी चर्चा हो रही है बता दें कि इमरान खान सरकार में रह चुके मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि चंद्रयान की लैंडिंग का पाकिस्तान मीडिया द्वारा लाइव प्रसारण करवाना चाहिए। उन्होंने कहा यह मानवता के लिए खास कर लोगों, वैज्ञानिकों और स्पेस कम्युनिटी के लिए ऐतिहासिक दिन है। अब आप सोच ही सकते हैं कि पाकिस्तान जैसे देश में भी भारत के इस महान काम की चर्चा की जा रही है।
अमेरिका में भी हो रही है पूजा
चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले बताया जा रहा है कि उसके 15 मिनट काफी अहम होने वाले हैं क्योंकि इसी 15 मिनट के बीच इस मिशन को तकनीकी रूप से सहायता मिलेगी। बता दे की लैंडिंग पूरी तरह ऑटोमेटिक होने वाली है लेंडर को अपने इंजन को सही समय और ऊंचाई पर चालू करना पड़ेगा । उसे सही मात्रा में फ्यूल का इस्तेमाल भी करना पड़ेगा बता दे कि आखिर के 15 मिनट से पहले ऑन बोर्ड सॉफ्टवेयर ही सारे डिसीजन लेगा ऐसा इसलिए है क्योंकि पृथ्वी से दिए गए सारे कमांड को लेंडर तक पहुंचने में ज्यादा समय लग सकता है। चंद्रयान-3 की सफलता से पहले ही देशभर में पूजा-पाठ हो रही है जहां सब यह मनोकामना कर रहे हैं कि चंद्रयान-3 सफलता से चांद की सतह पर लैंड हो जाए बता दे की अमेरिका में भी चंद्रयान-3 की लैंडिंग के लिए पूजा पाठ की जा रही है।