संसद में 20 जुलाई से ही मॉनसून सत्र शुरू हो गया था. जहां सदन में सांसदों ने जमकर मणिपुर हिंसा को लेकर सवाल उठाए थे. साथ ही इस विषय पर सदन में चर्चा करने के लिए भी अनुरोध किया था. जिसको लेकर आज सदन में मॉनसून सत्र के दूसरे दिन मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा होने वाली है. पहले दिन खुद सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खुद ही इस विषय पर सदन में चर्चा करने के लिए इच्छा जताई थी. पहले दिन सदन के अंदर से लेकर बहार मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने को लेकर जमकर हंगामा किया गया.
मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार देगी बयान!
मणिपुर हिंसा को लेकर देश भर में कई क्रांतिकारी मुद्दे उठाए जा रहे हैं. संसद के दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा को लेकर नोइटिस भी दिया गया है. जिसको लेकर आज यानी 21 जुलाई के दिन संसद में इस दिल को दहला देने वाले मुद्दे पर चर्चा की जायेगी. बता दें की आज केंद्र सरकार की और से सदन में मणिपुर हिंसा ऊपर बयान दिया जाएगा. क्योंकि केंद्र सरकार ने लोकसभा और राजयसभा दोनों में ही इस बात पर चर्चा करने के लिए स्वीकृति दी है.
इन नियमों के तहत दिया गया नोटिस
मणिपुर में शर्मसार कर देने वाली घटना जिसमे 2 महिलाओं को सड़क पर निर्वस्त्र घुमाने का एक वीडियो सामने आया. जिसको लेकर सदन में विपक्षी दलों ने लोकसभा में दिए गए नियम 193 और राज्यसभा के नियम 176 और 267 के तहत ही नोटिस जारी किया है. बता दें की संसद के 193 के तहत सदन इस बात का प्रावधान भी दिया गया है की बिना वोटिंग के ही मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है. लेकिन इसके लिए भी एक शर्त है की किसी भी मुद्दे के ऊपर चार घंटे तक ही लोकसभा सदस्यों को इन पर चर्चा की अनुमति दी जाती है.