देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां आज गंगा में विसर्जित की जाएंगी। बेटी कृतिका और तारिणी माता-पिता की अस्थियां लेकर हरिद्वार के लिए रावण हो चुकीं है। यहां गंगा घाट पर अस्थियों को मां गंगा में प्रवाहित कर दिया जाएगा।
सीडीएस रावत की दोनों बेटियां आज सुबह ही अंत्येष्टि स्थल पर पहुंच गई थीं। यहां पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्ती की अस्थियों को कलश में रखकर लाल कपड़े से बांधा गया था। दोनों ने नम आंखों से अपने माता-पिता की अस्थियों को नमन किया। इसके बाद वह अस्थियां लेकर वहां से चली आईं।
नई दिल्ली के बरार स्क्वायर में CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का कल अंतिम संस्कार किया गया था। बेटियों ने ही माता-पिता को मुखाग्नि दी थी। इस दौरान CDS रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई थी।सीडीएस रावत की असमय मौत से हर देश देशवासी गमगीन है।
सीडीएस रावत की अंतिम यात्रा पर देश का हर नागरिक अपने जाबांज नायक को श्रद्धांजलि दी। राजधानी दिल्ली में उनकी अंतिम यात्रा में लोगों ने फूल बरसाए। साथ ही लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा’ के नारे लगाए।