अपनी बातो को बेबाकी से रखने वाले केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जिन्होंने सड़क को बेहतर से बेहतर करने के प्रयास के आलावा सड़क दुर्घटनाओ की संख्या कम करने को उच्च प्रथमिकता दी है , ने कहा सरकार सड़को पर ब्लैक स्पॉट हटाने के लिए लगभग 40,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। गडकरी ने बुनियादी ढांचे में निवेश के सकारात्मक प्रभाव के विषय में चर्चा करते हुए कहा इससे नौकरियां पैदा होती है।गडकरी ने कहा मानव जीवन अनमोल है और सड़क दुर्घटनाओं में जानमाल के नुक्सान पर चिंता जाहिर की।
2021 में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1.54 लाख लोगों की जान गई
गडकरी ने आगे कहा की हमारे देश में प्रति वर्ष करीबन पांच लाख सड़क दुर्घटनाए होती है और1.5 जाने जाती है। जिन लोगो की जीवन लीला समाप्त होती है , उनमे से अधिकतर की आयु आमतौर पर 18 – 34 के बीच होती है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1.54 लाख लोगों की जान चली गई और 3.84 लाख लोग घायल हुए। 2020 में सड़क हादसों में 1.31 लाख लोगों की जान गई और 3.49 लाख घायल हुए। गडकरी ने कहा, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट (दुर्घटना संभावित स्थलों) पर लगभग 40,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। हम दुर्घटना वाले स्थानों पर काम कर रहे हैं और ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
कानून के प्रति न तो सम्मान ना भय
उन्होंने लोगों के बीच यातायात मानदंडों के प्रति अधिक सम्मान की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कुछ लोगों के बीच कानूनों का उल्लंघन करने की प्रवृत्ति पर अफसोस जताया। कानून के प्रति डर भी नहीं और सम्मान भी नहीं।
लोगों के सहयोग के बिना दुर्घटनाओं की संख्या को कम करना काफी मुश्किल होगा। हमने सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए बॉम्बे के फिल्म अभिनेताओं और क्रिकेटरों को शामिल किया है और वे सक्रिय रूप से इस उद्देश्य का समर्थन कर रहे हैं।
मौतों में 50 प्रतिशत की कमी लाने का आह्वान
उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के एक प्रसिद्ध उद्धरण का भी हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था, अमेरिकी सड़कें इसलिए अच्छी नहीं हैं क्योंकि अमेरिका अमीर है, बल्कि अमेरिका अमीर है क्योंकि अमेरिकी सड़कें अच्छी हैं।गडकरी ने पिछले साल सितंबर में 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं और मौतों में 50 प्रतिशत की कमी लाने का आह्वान किया था। मोदी सरकार के नौ वर्षों में भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई लगभग 59 प्रतिशत बढ़ गई है। देश में अब अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है। भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 2013-14 में 91,287 किमी थी, जो 2022-23 में बढ़कर 145,240 किमी हो गई।