भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भीमा कोरेगांव मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए आज कहा कि यह फैसला भारत की जीत है और कांग्रेस के चेहरे पर एक दाग है। भाजपा प्रवक्ता डॉ। संबित पात्रा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भीमा कोरेगांव के संबंध में उच्चतम न्यायालय के फैसले से कांग्रेस पार्टी का पूरी तरह से पर्दाफाश हो गया है। यह निर्णय भारत की जीत है और इससे कांग्रेस के चेहरा दागदार हुआ है।’ उन्होंने पूछा,’आखिर श्री राहुल गांधी देशविरोधियों के साथ बार बार क्यों खड़ देखे जाते हैं।’ उन्होंने कहा कि कुछ निजी कारणों से श्री राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी देश को नष्ट करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को तहस नहस करने के लिए तैयार बैठे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक ही नारा है -मोदी हटाओ। चाहे पाकिस्तान हटाये या माओवादी।
लेकिन देश की जनता राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रधानमंत्री नरेन्द, मोदी के साथ हैं। माओवादियों और देश की सुरक्षा के बारे में भाजपा का रुख सही साबित हुआ है जबकि कांग्रेस का चेहरा बेनकाब हुआ है। श्री गांधी को शहरी नक्सलियों के पक्ष में खड़ होने के लिए माफी मांगनी चाहिए। इसबीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘मूर्खता के लिए केवल एक ही जगह है और इसे कांग्रेस कहा जाता है।‘भारत के टुकड़-टुकड़ गिरोह‘, माओवादियों, नकली कार्यकर्ताओं और भ्रष्ट तत्वों का समर्थन करते हैं।
ईमानदार एवं मेहनती लोगों को बदनाम करते हैं। राहुल गांधी की ऐसी कांग्रेस में स्वागत है।’ डॉ। पात्रा ने कहा कि शहरी माओवादियों की गिरफ्तारी सरकार के प्रति उनके नत्ररिये के प्रति नहीं बल्कि सर्वोच्च अदालत के कहने पर हुई है। उन्हें किसी बदले की भावना के कारण नहीं बल्कि उनके विरुद्ध माओवादियों के साथ संबंध के प्रमाण के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि जो राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ काम करता है, उसे यह चुनने की आत्रादी नहीं है कि उस पर किस कानून के तहत मुकदमा चलायी जाये और कानून कब और कैसे काम करे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के लिए श्री राहुल गांधी का सिर शर्म से गड़ जाना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि श्री गांधी माओवादी नेता वरवरा राव और वी गोन्जाल्वेस की तरफदारी कर रहे थे जिसे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया और दोषी ठहराया गया। श्री गांधी गौतम नवलखा कश्मीर पर जनमतसंग्रह चाहते हैं और कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग नहीं मानते हैं। अरुण फरेरा चार साल से जेल में हैं और श्री गांधी ऐसे लोगों के पक्ष में खड़ हैं। इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी उनकी वित्तीय एवं कानूनी मदद करते रहे हैं। श्री गांधी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा का कोई मतलब नहीं है।