कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए बयान को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने विदेशी धरती पर देश को बदनाम किया है।
दूसरी तरफ, कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा झूठ फैला रही है क्योंकि राहुल गांधी की ओर से उठाए गए मुद्दों से वह हिल गई है। विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद को ‘झूठ बोलने’ के लिए माफी मांगनी चाहिए तथा सरकार को चीन एवं पाकिस्तान तथा महंगाई और बेरोजगारी को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
भाजपा नेता प्रसाद ने भारत में लोकतंत्र की स्थिति और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना करने के लिए मंगलवार को राहुल गांधी पर प्रहार किया और कहा कि उसका स्पष्ट विश्वास है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पूरी तरह से ‘‘माओवादी विचार प्रक्रिया’’ और ‘‘अराजक तत्वों’’ की गिरफ्त में हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर भारत के लोकतंत्र, यहां की संसद, न्यायिक व राजनीतिक व्यवस्था, सामरिक सुरक्षा के साथ साथ जनता का भी अपमान करने का आरोप लगाया।
प्रसाद ने कहा कि विदेश की धरती से भारत की आलोचना कर राहुल गांधी सारी मर्यादा, शालीनता और लोकतांत्रिक शर्म भूल गए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के लोग न तो उनकी बात सुनते हैं और न ही समझते हैं, ऐसे में उनका समर्थन करना तो दूर की बात है।
उन्होंने कहा, ‘‘…तो वह विदेश में जाकर विलाप करते हैं कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है। ’’
भाजपा नेता ने राहुल पर भारत में यूरोप और अमेरिका के हस्तक्षेप की मांग करने का भी आरोप लगाया और कहा कि वह विदेशी ताकतों द्वारा अपने आंतरिक मामलों में किसी भी हस्तक्षेप के खिलाफ भारत में आम सहमति के खिलाफ गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने यह कहकर देश को शर्मिंदा करने की कोशिश की है कि यूरोप और अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना चाहिए।’’
प्रसाद ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कहा कि उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि वे राहुल गांधी की ‘‘गैर-जिम्मेदाराना’’ टिप्पणी का समर्थन करते हैं या उसे खारिज करते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरएसएस की आलोचना के लिए भी राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘देश सेवा, राष्ट्र भक्ति और राष्ट्र समर्पण के लिए संघ ने बहुत बड़ा काम किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आलोचना नेहरू जी भी करते थे, इंदिरा जी भी करती थीं, राजीव जी भी करते थे और राहुल जी भी करते हैं…संघ कहां से कहां पहुंच गया और आप कहां से कहां सिमट गए।’’
प्रसाद के आरोपों के बाद पलटवार करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता अपने ‘सुप्रीमो’ की तरह बदनाम करने और सरासर झूठ बोलने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘रविशंकर प्रसाद वही कर रहे हैं जो उनके सुप्रीमो करते हैं, यानी विकृत करो, तोड़ो-मरोड़ो, बदनाम करो और सरासर झूठ बोलो।’’
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, ‘‘जो लोग विपक्षी नेताओं के बयानों को तोड़ने-मरोड़ने का काम करते हैं वे अपना खुद का पसंदीदा नारा ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’ भूल गए हैं।’’
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज मैंने भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद जी का शर्मनाक और गैर ज़िम्मेदाराना बयान सुना, जो उन्होंने राहुल जी के लोकतंत्र पर दिए गए वक्तव्य पर दिया। मैं उनका दर्द, विरोधाभास और खबरों में बने रहने की ललक को समझ सकती हूं, लेकिन वह प्रासंगिकता की लड़ाई लड़ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी ने लंदन में भारत के लोकतंत्र को लेकर बेहद अहम बात रखी। उन्होंने कहा कि कमजोर होता लोकतंत्र भारत की आंतरिक समस्या है और इसका समाधान भारत को ही करना है। लेकिन हमेशा की तरह भाजपा ने इसे जानबूझकर गलत तरीके से पेश किया।’’
सुप्रिया ने कहा कि राहुल गांधी जो मुद्दे उठाते हैं, उस सरकार को संसद में चर्चा कर लेनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।
उन्होंने कहा कि रविशंकर प्रसाद को झूठ बोलने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को चीन और पाकिस्तान तथा महंगाई एवं बेरोजगारी को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
राहुल गांधी ने सोमवार को लंदन स्थित संसद परिसर में ब्रिटिश सांसदों से कहा कि भारत की लोकसभा में विपक्ष के लिए माइक अक्सर ‘‘खामोश’’ करा दिए जाते हैं।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को एक ‘‘ कट्टरपंथी, फासीवादी संगठन’’ बताते हुए कहा कि उसने देश के संस्थानों पर कब्जा करके भारत में लोकतांत्रिक चुनाव की प्रकृति को बदल दिया है।